उदयपुर. जिला परिषद में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में कांग्रेस और भाजपा के विधायक भी शामिल हुए. लेकिन कुछ देर बाद ही बैठक हंगामे में तब्दील हो गई. भाजपा के विधायकों ने डीएमएफटी फंड से पैसा नहीं मिलने के (BJP MLAs demand DMFT Fund amount) कारण आक्रोश जताते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया.
वहीं बैठक का बहिष्कार कर उदयपुर परिसर में भाजपा के विधायक और नेता प्रतिपक्ष धरने पर बैठ गए. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया सहित भाजपा के 5 विधायक जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. इससे पहले विधायकों ने जिला परिषद में साधारण सभा का बहिष्कार किया और सीधे धरने पर बैठ गए. डीएमडीटी फंड सहित विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा के मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, गोगुन्दा विधायक प्रताप गमेती धरने पर बैठे.
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विधायकों के धरने पर बैठने की सूचना पर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा मौके पर पहुंचे और उनकी मांगों को लेकर सरकार से बात करने का आश्वासन भी दिया. लेकिन विधायक इस बात पर अड़ गए कि उन्हें समय बताया जाए कि कब उनकी मांगे पूरी होंगी. इस पर जिला कलेक्टर ने 10 दिनों में उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. आश्वासन के बाद सभी माने ओर धरने से उठ गए.
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मावली विधायक धर्म नारायण जोशी ने कहा कि पिछले चार साल से डीएमडीटी फंड रिलीज नहीं हुआ. साथ वल्लभ नगर विधानसभा के लिए 13 करोड़ पास हुए. ऐसे में कई तरह के सवाल खड़े होते हैं. जोशी ने बताया कि पिछले कुछ समय सरकार उनकी मांगे पर ध्यान नहीं दे रही है. जिसके चलते सब काम रुके हुए हैं और आमजन परेशान है. अगर आगामी दिनों में हमारी मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा.