उदयपुर.दुर्लभ बेंडेड रेसर सांप प्रतापगढ़ एवं बांसवाड़ा जिले में पहली बार देखा गया (Rare snake spotted) है. इस दुर्लभ प्रजाति के सांप को प्रतापगढ़ के सर्पमित्र लव कुमार जैन ने दलोट में देखा. जैन ने इस सांप को रायपुर रोड पर स्थित एक दुकान से रेस्क्यू किया है.
दुर्लभ प्रजाति का बेंडेड रेसर सांप आया नजर, इस जिले में हुआ स्पॉट - दुर्लभ प्रजाति का बेंडेड रेसर सांप
प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा में पहली बार दुर्लभ प्रजाति का बेंडेड रेसर सांप देखा गया (Rare snake spotted) है. इसके शरीर के अगले हिस्से में सफेद रंग का बैंड बना होता है. यह मुख्य रूप से शहर के बाहरी इलाके और कृषि क्षेत्रों के आसपास के सूखे क्षेत्रों में पाया जाता है. इस सांप को सर्पमित्र लव कुमार जैन ने स्पॉट किया और इसका रेस्क्यू किया.

सर्प विशेषज्ञ धर्मेंद्र व्यास ने बताया कि राजस्थान में बैंडेड रेसर दिखना सामान्य नहीं है. यह मुख्य रूप से शहर के बाहरी इलाके और कृषि क्षेत्रों के आसपास के सूखे क्षेत्रों में रहता है. बेंडेड रेसर लाल-भूरे रंग का दिखता है. हालांकि करीब से देखने पर लगभग समान छिद्रों के कारण स्पेक्ट्रमी कोबरा के जैसा नजर आता है. कई बार इस सांप को लोग कॉमन वुल्फ समझ लेते हैं. उन्होंने बताया कि इसे मुख्य रूप से शरीर के आगे वाले हिस्से पर सफेद रंग के बैंड से आसानी से पहचाना जा सकता है. बच्चे से बड़ा होने पर यह अपना रंग बदल लेता है. लव कुमार ने बताया कि इस असामान्य सांप को पहली बार रेस्कयू करने पर थोड़ा अलग दिखाई दिया. धर्मेंद्र व्यास व प्रीतम सिंह ने भी बताया कि यह दुर्लभ सांप बेंडेड रेसर है.
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