सलूंबर (उदयपुर).सलूंबर मुख्यालय के उप कारागृह की बैरक तोड़कर 17 साल पहले फरार हुए हत्या के आरोपी को पुलिस ने बीती रात गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार आरोपी अपना नाम बदल कर उदयपुर जिले के के फलासिया थाना क्षेत्र में रह रहा था.
फिर पुलिस की गिरफ्त में हत्या का आरोपी मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने एक धर्मस्थल पर घेरा डालकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि जेल से भागने के बाद फरारी के दौरान भी आरोपी ने आपराधिक वारदातें की थी. पुलिस कई वर्षों से इसकी तलाश में जुटी हुई थी और राजस्थान हाईकोर्ट ने भी उसकी गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किए थे.
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थानाधिकारी हनवंत सिंह सोढ़ा ने बताया कि बुधवार रात को गावड़ापाल निवासी नाया मीणा पुत्र भीमा को सलूंबर की टीम ने फलासिया थाना पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया. सोढ़ा ने बताया कि नाया ने अपना नाम बदल कर लोगर रख लिया था. वह करीब 10 सालों से फलासिया के पाटिया निचली सिंगरी गांव में प्यारेलाल पुत्र कुरीचंद्र मीणा के घर रह रहा था. दोनों साथ में मजदूरी किया करते थे. पिछले दिनों प्यारेलाल को आरोपी पर शक हुआ. इसके बाद दोनों में अनबन हो गई थी. मुखबिर ने बुधवार को नाया उर्फ लोगर के सोम स्थित पीर बावजी धाम आने की सूचना पुलिस को दी थी.
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पुलिस पूछताछ में आरोपी नाया ने बताया कि फरारी के दौरान भी वह कई बार रात के समय अपने गांव गावड़ापाल आया था. नाया ने 13 जून 2003 की रात को करीब 15 से 20 साथियों को लेकर गावडापाल में लाला, वक्ता, मन्ना, ईश्वर, रामलाल, गोवनी, रोडकी, चोखली और होमी पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला कर फरार हो गया था. आरोपी ने यह हमला भी पुरानी रंजिश को लेकर किया था. इस मामले में भी पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.