भाजपा ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा उदयपुर.बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. शनिवार रात को उदयपुर संभाग के कई जिलों में ओलावृष्टि हुई. इससे फसलों पर सफेद चादर बिछ गई. इसके चलते मावली और वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के कई गांवो में तो 80 से 90 फीसदी फसलें खराब हो गई. उदयपुर के साथ राजसमंद, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर में भी फसलों को नुकसान पहुंचा है. अब किसानों को उचित मुआवजा दिलाने के लिए भाजपा ने आवाज उठाई है.
इन जिलों में हालत खराब:जिले में इस बार 132766 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बोई गई थी. जिसमें गेहूं, जौ, मक्का चना, तारामीरा की फसल को ओलावृष्टि से नुकसान पहुंचा है. अब तक 11256 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल को नुकसान पहुंचा है. गेहूं और अन्य सभी फसलों पर ओलावृष्टि के कारण फसल नष्ट हो गई है. फसल की स्थिति का जायजा लेने के लिए उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, कृषि विभाग के अधिकारी फील्ड में गांवों का दौरा कर रहे हैं. राजसमंद में भी ओलावृष्टि और तेज बारिश के कारण लहलहाती फसलें पसर गई. चित्तौड़गढ़ में बारिश के कारण अफीम की खेती को 20 से 30% नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
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50 से 80 फीसदी फसल चौपट:वल्लभनगर के लक्ष्मणपुरा गांव में ओलावृष्टि का कहर आफत बनकर किसानों पर टूटा. ओलावृष्टि से यहां की 50 से 80 फीसदी फसल चौपट हो गई. जब कृषि विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर देखा, तो पूरी फसल पानी में पसरी हुई नजर आई. किसान राजेश ने बताया कि 3 महीने पहले जिस फसल को बड़ी मेहनत खेत में बोई थी. लेकिन बेमौसम ओलावृष्टि ने पूरी फसल पर पानी फेर दिया. इस फसल से परिवार का भरण पोषण करने के साथ बच्चों के पढ़ाई की जिम्मेदारी निभानी थी. लेकिन अब खेत में फसल पसरी हुई नजर आ रही है.
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मुआवजे की मांग:जिले में सबसे ज्यादा वल्लभनगर और मावली विधानसभा क्षेत्र में फसल को नुकसान पहुंचा है. वल्लभनगर से भाजपा प्रभारी हिम्मत सिंह झाला ने फसल खराबा को लेकर किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग उठाई है. वल्लभनगर के एसडीएम कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और किसानों की फसल का उचित मुआवजा देने की सरकार से मांग की गई. झाला ने कहा कि अधिकारियों को अपने ऑफिस से बाहर निकल कर खेतों में देखना चाहिए कि किसानों की क्या हालत हुई है. इस ओलावृष्टि से अगर समय रहते गहलोत सरकार ध्यान नहीं देगी तो आने वाले समय बड़ा आंदोलन किया जाएगा.