टोंक. राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया रविवार को टोंक जिले के दौरे (Satish Poonia target Cm Gehlot in Tonk visit) पर रहे. इस दौरान वह सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने टोंक वासियों को रामनवमी की बधाई भी दी. दौरे पर रहे पूनिया ने मीडिया से बातचीत में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों पर राज्य में धारा 144 लगाना मुख्यमंत्री का तुगलकी फरमान है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया आज टोंक में यादव समाज के 16वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में नव दंपतियों को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने बिचपुडी में यादव समाज की ओर से आयोजित विवाह सम्मेलन में कहा कि शादी समारोह में फिजूलखर्ची रोकने के यह सबसे कारगर उपाय है. इस दौरान पूनिया ने राज्य में भ्रष्टाचार सहित विभिन्न समस्याओं के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया है.
सतीश पूनिया का गहलोत पर हमला पढ़ें.Rathore on Section 144 : राम नवमी पर 17 जिलों में धारा 144 लगने पर भड़की भाजपा, कहा- तुष्टिकरण की हदों को पार कर रही प्रदेश सरकार
सामुहिक विवाह सम्मेलन में की शिरकत
पूनिया ने बिचपुड़ी में यादव समाज के 16वें सामूहिक विवाह और निवाई में सर्व समाज के सामुहिक विवाह सम्मेलन में शिरकत करते हुए नवदंपतियों को आशीर्वाद दिया. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने रामनवमी पर टोंक सहित प्रदेश के 9 जिलों में लगाई धारा 144 के फैसले को तुगलकी फरमान बताते हुए गहलोत सरकार पर घेरा. उन्होंने कहा कि यह राम की धरती है. भारत माता की धरती है, यहां नारे भी लगेंगे और चिह्न का प्रयोग भी होगा.
राजस्थान को तालिबानी लड़ाकों के हाथ सौंपा
अशोक गहलोत की ताकत नहीं कि 144 लगाकर लोगों की भावनाओं को रोकें. पूनिया ने करौली घटनाक्रम पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सीएम गहलोत ने राजस्थान को तालिबानी लड़ाकों के हाथ में दे दिया है. उन्होंने गहलोत सरकार को हिंदू विरोधी बताते हुए ट्विटर ट्रेंड का जिक्र किया. करौली में हुए घटनाक्रम पर पूनिया ने कहा कि पूरी दुनिया में जो विचार है, जिसको स्वीकार्यता है वह राष्ट्रवाद है. कांगेस ने इस विचार को कभी अपनाया नहीं. कांग्रेस को सत्ता की भूख थी इसलिए देश का विभाजन करवाया और सत्ता पर काबिज रही, आपातकाल लगाया और अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया.
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श्री राम जन्मभूमि मंदिर में अड़चनें पैदा कीं लेकिन अब जब देश बदलने लगा तो एक ध्रुवीकरण हुआ और कांग्रेस पार्टी पूरे कश्मीर से कन्याकुमारी तक, कच्छ से कोहिमा तक कांग्रेस नक्शे से गायब हो गई. छत्तीसगढ़ और राजस्थान दो प्रदेश बचे थे लेकिन यहां का काम भी अशोक गहलोत आसानी से कर देंगे. ट्वीटर ट्रेंड हुआ एंटी हिंदु अशोक गहलोत पर राजस्थान के 50 हजार लोगों ने अपनी राय व्यक्त की है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने हाल ही में गजेन्द्र सिंह शेखावत के बयान पर कहा कि समय आएगा तब कई लोगों को जेल की हवा खानी है. इन्होंने पिछले तीन साल से राजस्थान में भ्रष्टाचार का जो तांडव किया है, झूठे मुकदमे दर्ज कराकर लोगों को जेल कराई है, उसका जवाब जनता जरूर देगी. प्रदेश में आगामी चुनाव में भाजपा के सीएम फेस पर पूनिया ने कहा कि पार्टी पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि पीएम मोदी के नाम और काम पर 2023 का चुनाव लड़ेंगे. पार्टी का संसदीय दल तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा.