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Published : Mar 3, 2020, 8:42 PM IST

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टोंक में बजरी खनन को रोकने के लिए जारी हुए निर्देश

टोंक में अवैध बजरी खनन को रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए थे. जिसके बाद मंगलवार को मुख्य शासन सचिव की कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस में जिला प्रशासन टोंक ने एसआईटी में शामिल पांचों महकमों के साथ बैठक की. जिसमें प्रशासन ने बजरी खनन माफियाओं से सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए है.

अवैध बजरी खनन, tonk news
टोंक में बजरी खनन को रोकने के लिए जारी हुए निर्देश

टोंक.जिले में अवैध बजरी खनन बेलगाम है और बनास से लेकर हाईवे तक माफिया राज है, हो भी क्यों नहीं ग्रामीणों से लेकर पुलिस, राजनेता, जनप्रतिनिधि बनास की बजरी से अपनी तकदीर चमकाने में लगे है और सुप्रीम कोर्ट की बजरी पर रोक की खुलेआम धज्जियां किस तरह उड़ती है इसकी मिसाल देखने के लिए ऊंट के मुंह में जीरे के समान की गई बजरी पर कार्रवाई के बावजूद बजरी के ढ़ेरों से अटे पुलिस थाने बताते है कि टोंक में बजरी खनन किस तरह से प्रकृति के लिए नासूर बन रहा है.

अब एक बार फिर से राजस्थान में मुख्य शासन सचिव की कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस में बजरी खनन को रोकने के लिए जारी निर्देशों और सख्ती के बाद जिला प्रशासन टोंक ने एसआईटी में शामिल पांचों महकमों के साथ बैठक की. इस दौरान बजरी खनन पर सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए.

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राजस्थान में भले ही सुप्रीम कोर्ट ने बजरी खनन पर रोक लगा रखी हो, लेकिन राजस्थान के टोंक जिले से गुजर रही बनास नदी में अवैध बजरी खनन का खेल जारी है. अब बजरी माफियाओं के खिलाफ टोंक जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. अब बनास नदी में अवैध बजरी खनन रोकने के लिए टोंक जिला कलेक्टर नवनीत कुमार और टोंक पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिलें के सभी अधिकारियों और थानाधिकारियों को अवैध बजरी खनन और उसका परिवहन रोकने के लिए सख्त आदेश दिए है. साथ ही बजरी के अवैध स्टॉक पर भी कारवाई करने के लिए निर्देश दिए है.

टोंक में बजरी खनन को रोकने के लिए जारी हुए निर्देश

बता दें कि टोंक जिलें से गुजर रही बनास नदी में अवैध बजरी खनन और उसके परिवहन को रोकने के लिए मंगलवार को टोंक जिला मुख्यालय के जिला कलेक्ट्रेट सभागार में टोंक कार्यवाहक जिला कलेक्टर नवनीत कुमार और टोंक पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की. बैठक में जिलें के सभी अधिकारियों और थानाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जिस क्षेत्र से बजरी का अवैध परिवहन होता है उन रास्तों को चिन्हित किया जाए.

साथ ही जिला प्रशासन की ओर से जब्त किए गए अवैध बजरी स्टॉक या फिर बजरी माफियाओं की ओर से बजरी का अवैध स्टॉक किया गया है तो उनको चिन्हीकरण कर आगामी दो दिनों में उसकी नीलामी की जाएगी.

अवैध बजरी के खनन और उसके परिवहन को रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक टीम भी बनाई जा रही है. साथ ही एक वाट्सएप्प ग्रुप भी बनाया जा रहा है. ताकि कोई भी व्यक्ति वाट्सएप्प नंबर पर अवैध बजरी खनन और उसके परिवहन की सूचना दे सके. जिससे उस पर तुरंत प्रभाव से कारवाई की जा सके.

बनास नदी में बजरी के अवैध खनन और उसके परिवहन को रोकने के लिए टोंक पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू भी काफी गंभीर नजर आ रहे हैं. वह खुद बजरी खनन वाले क्षेत्रों में पुलिस जवानों के साथ गश्त कर रहे है, ताकि बनास नदी में बजरी का अवैध खनन रोका जा सके.

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साथ ही बजरी जिन-जिन क्षेत्रों में बजरी का अवैध खनन और परिवहन होता है उन क्षेत्रों को पूरी तरह चिन्हित कर लिया गया है. आने वाले महिने में बजरी खनन पर एक बड़ी कारवाई की जाएगी. जिससे ये नजर आएगा कि टोंक में भारी मात्रा में बजरी के अवैध खनन में गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में अगर किसी भी पुलिसकर्मी की बजरी माफियाओं से मिलीभगत या लापरवाही सामने आई तो सख्त कारवाई की जाएगी.

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