टोंक.पाक मूल की भारतीय बहू नीता कंवर भारतीय नागरिकता हासिल करने के बाद टोंक जिले की नटवाड़ा ग्राम पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ रहीं हैं. 8 साल के लंबे इंतजार के बाद 5 महीने पहले ही यानि सितम्बर 2019 में नीता को भारतीय नागरिकता मिली है.
नीता की जिंदगी का नया अध्याय राजनीति में शुरू होने जा रहा है नीता कंवर पाक मूल की हैं. उन्होंने भारत में अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी की. यही नहीं उन्होंने टोंक के नटवाड़ा में शादी भी की. भारतीय नागरिकता मिलने के बाद अब वे सरपंच का चुनाव लड़ रहीं हैं.
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नीता कंवर जनता के बीच जाकर वोट मांगती हैं और सेवा करने की बात करती हैं. इतना ही नहीं वे अपने परिवार की ओर से पहले की गई सेवा का हवाला भी देती हैं. उन्हें ससुराल पक्ष की राजनैतिक पृष्ठभूमि का भी फायदा मिल रहा है.
राजघराने में हुई शादी...
नीता कंवर साल 2001 में पाक से अपनी शिक्षा पूरी करने अपने चाचा नखत सिंह सोढ़ा के पास जोधपुर आईं. नीता ने साल 2005 में सोफिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की. 19 फरवरी 2011 को उनकी शादी नटवाड़ा राज परिवार के लक्ष्मण सिंह के बेटे पुण्य प्रताप कंवर से हुई. शादी होने के बाद नीता को भारतीय नागरिकता मिलने में करीब 8 साल लग गए.
ससुर से मिली चुनाव लड़ने की प्रेरणा...
कंवर को भारतीय नागरिकता मिले हुए करीब 5 महीने हो गए. कंवर के ससुर खुद तीन बार इसी पंचायत में सरपंच रह चुके हैं और उन्हीं ने नीता कंवर को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया.
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नीता भी कहती हैं, कि राजनीति में आने की प्रेरणा उन्हें उनके ससुर ठाकुर लक्ष्मण करण से मिली. जब गांव में सरपंच पद के लिए महिला सामान्य सीट आरक्षित हो गई तो उन्होंने चुनाव लड़ने निर्णय लिया.