टोंक. दो महीने के लंबे लॉकडाउन ने बच्चों की शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जिंदगी को बदल कर रख दिया है और आज यह बच्चे अपने घरों में रहकर पर्यावरण के लिए ड्राइंग के माध्यम से संदेश दे रहे हैं.
बता दें, कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश में 22 मार्च से लॉकडाउन जारी है. इस दरमियान स्कूल बंद होने सें बच्चें, घर के बड़े बुजुर्ग सहित पूरा परिवार घरों में कैद हैं. भागदौड़ भरी जिदंगी में लोग जहां दिनभर व्यस्त रहते थे, ऐसे में कई लोग अपने परिवार को समय नहीं दे पाते थे. फिलहाल बच्चों ने लॉकडाउन में योग, मेडिटेशन, चौपड़ पासा खेल, ड्रांइग, कुकिंग, कबाड़ के सामान से पक्षियों के लिए पक्षी घर, सकोरे रखना, गौसेवा और सूर्य के दर्शन आदि को अपने दिनचर्या में शामिल किया है.