टोंक.बीसलपुर बांध के भराव क्षेत्र में रोजाना की तरह मछली का जाल लगाने गए दो मछुआरों की नाव तेज हवाओं के चलते पलट गई. इनमें से एक मछुआरे की मौत हो गई, जबकि दूसरे मछुआरे की तलाश जारी है.
नासिरदा पुलिस ने परिजनों की ओर से दी गई रिपोर्ट के अनुसार बताया कि बलिया उत्तरप्रदेश निवासी कन्हैया केवट व प्रेम केवट रोजाना की तरह मछली का जाल लगाने के लिए बांध में उतरे थे. इस दौरान नासिरदा के दलवासा गांव के पास अचानक उनकी नाव तेज हवाओं और बारिश के बीच फंस गई और थोड़ी देर बाद नाव के पलट जाने से दोनों मछुआरे डूब गए. पास के क्षेत्र में जाल लगाने गए अन्य मछुआरे उन्हें बचाने पहुंचे, लेकिन जब तक कन्हैया केवट की मौत हो गई. वहीं प्रेम केवट लापता हो गया. ऐसे में मछुवारे शव को लेकर सीएचसी टोडारायसिंह पहुंचे, जहां पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. वहीं नासिरदा पुलिस ने दूसरा शव नहीं मिलने से एसडीआरफ को सूचना दी.
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देवली उपखंड के नासिरदा थाना क्षेत्र में बनास नदी में नाव पलटने से दो मछुआरे डूब गए. जिसमें से एक युवक का शव पानी से बाहर निकाला गया. जिसे टोडारायसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बलिया निवासी कन्हैया (60 वर्ष) एवं प्रेम (42 वर्ष) बनास नदी के मछली ठेकेदार के अधीन कार्य करते थे. वे शनिवार सुबह करीब 11 बजे नाव लेकर मछली पकड़ने के लिए बनास नदी में निकले थे.
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पहले भी डूब चुके हैं तीन मछुआरे: बीसलपुर बांध में मछली ठेकेदार के लिए मछली पकड़ने का काम करने वाले तीन मछुआरों की डूबने से दर्दनाक मौत हो चुकी है. ये सभी मछुआरे बिहार के रहने वाले थे. मछली ठेकेदार फायदे के लिए इन मछुआरों से काम करवाता है, लेकिन इन लोगों को सुरक्षा के लिए कोई उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए जाते हैं. बीसलपुर बांध में जून महीने में भी मिनी गोवा कहलाये जाने वाले क्षेत्र में पंचायत समिति के जेईएन और उसके रिश्तेदार की भी मौत तेज हवाओं से नाव पलटने से हुई थी.