टोंक. जिले में कोरोना से मरने वालों का सिलसिला निरन्तर जारी है. श्मशानों और कब्रिस्तानों में जलने वाले और दफन होने वाले शवों का आंकड़ा सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा है. हालात यह हैं कि ऑक्सीजन की कमी और दवाइयों की कमी से अब टोंक भी अछूता नहीं रहा है. शहरों से निकलकर कोरोना पूरी तरह से गांवों में पैर पसार चुका है. गुरुवार को जिले में 178 पॉजिटिव केस मिले और एक्टिव केस का आंकड़ा बढ़कर 1 हजार 843 हो गया.
जिले में कोरेाना संक्रमण भयावह स्थिति में नजर आ रहा है. इससे पहले कभी भी ऐसी स्थिति नहीं देखी, जैसी वर्तमान में बन गई है. अस्पतालों से डेड बॉडी जिस संख्या में जा रही हैं, उससे काफी कम चिकित्सा विभाग बता पा रहा है. गुरुवार को चिकित्सा विभाग ने 3 मौतों की पुष्टि की, जबकि नगर परिषद शव वाहन के टीम ने बताया कि उन्होंने 7 शव का अंतिम संस्कार किया. माैताें काे लेकर बहरहाल स्थिति ठीक नहीं है. काेराेना काे लेकर स्वयं को ही सावधान रहने की जरूरत है. गाइडलाइन की पालना के अतिरिक्त कोई उपाय भी नहीं नजर आ रहा है.
पढ़ें-viral Video: पीबीएम अस्पताल के कोविड वार्ड में बत्ती गुल, वेंटिलेटर बंद होने से मरीजों की जान पर संकट
गुरुवार को काेराेना के 178 पाॉजेटिव केस सामने आए. उसके बाद अप्रैल के 29 दिनों में पॉजिटिव केस की संख्या 2448 हो गई है. गुरुवार को टोंक शहर 38, टोंक ग्रामीण 17, टोडारायसिंह में 10, देवली में 36, निवाई 28, मालपुरा 18, उनियारा में 31 पॉजिटिव केस सामने आए. जिले में अब तक करीब एक लाख 40 हजार तक सैंपलिंग हो चुकी है. इसमें अब तक 6215 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. वर्तमान में 1843 एक्टिव केस मौजूद हैं. विभाग के अनुसार अब तक कुल 46 लोगों की मौतें हुई हैं. विभाग ने 1267 सेंपल लिए, जिनकी जांच आना अभी बाकी है.
1726 होम आइसोलेशन में
कोराेना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लेकिन अधिकांश की स्थिति चिंताजनक नहीं है. जिले में वर्तमान में 1726 होम आइसोलेशन में हैं. 1873 केस एक्टिव हैं. इसमें से 117 सआदत अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं. जिसमें से 83 मरीजों की हालत नार्मल बताई जा रही है. इसमें 30 के ऑक्सीजन लगी है तथा 4 आईसीयू में हैं. अब तक जिले में 4396 मरीज रिकवर भी हो चुके हैं. जिले में गत अप्रैल से अब तक 6215 पॉजिटिव केस सामने आए.