श्रीगंगानगर.बढ़ते कोरोना संकट के भयावह दौर में भी लोग कालाबाजारी करने से नहीं चूक रहे हैं. साथ ही कोरोना मरीजों के लिए बेहद जरूरी अक्सीजन सिलेंडरों की भी कालाबाजारी की जा रही है. बता दें कि जिले में शनिवार देर रात डीएसटी टीम ने कार्रवाई करते हुए नाथावाली नहर के पास 3 लोगों को चोरी-छिपे 19 सिलेंडर ले जाते हुए पकड़ा है. यह तीनों लोग सिलेंडर कहां से लाए इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं दे पाए हैं. वहीं, शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि इन सिलेंडरों को 2800 से 5 हजार रुपए प्रति सिलेंडर में बेचने वाले थे.
ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करते तीन गिरफ्तार जानकारी अनुसार डीएसटी टीम को मुखबिर के जरिए आक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी की सूचना मिली थी. इसपर देर रात पुलिस ने 3 लोगों को बारहमासी नहर के पास 19 सिलेंडर कहीं ले जाते हुए रोका. इन सिलेंडरों के बारे में पूछताछ की तो कालाबाजारी की बात सामने आई. साथ ही सिलेंडरों के साथ तीन युवक पकड़े गए. इन लोगों ने बताया कि वे 340 रुपए मूल्य के सिलेंडर को 2800 से 5000 रुपए में बेचकर फायदा कमा रहे हैं.
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इस बारे में डीएसटी टीम प्रभारी कश्यप सिंह ने मामला दर्ज करवाया है. जिसमें करणीमार्ग के दीपक, एसएसबी रोड के रविंद्र सिंह और डूंगर कॉलोनी के सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया है. डीएसटी टीम प्रभारी कश्यप सिंह ने बताया कि जानकारी मिली थी कि जीवन रक्षक में काम आने वाले सिलेंडर हॉस्पिटल के माध्यम से ब्लैकमार्केटिंग करके बेच रहे हैं. सूचना की तस्दीक के लिए एंबुलेंस ड्राइवर से पूछताछ किया गया. जिसने बताया कि वह सिलेंडर ऊंचे दामों में उपलब्ध करवा देगा. रात को करीब 1 बजे निजी हॉस्पिटल पीएमजी की सप्लाई से कालाबाजारी करते हुए डीएसटी टीम ने उन्हें पकड़ लिया.
इनके कब्जे से कुल 19 सिलेंडर जब्त किए गए हैं. जिनकी रिफलिंग 340 रुपए है, लेकिन 2800 रुपए से 5000 के बीच सिलेंडर बेचे जा रहे थे. पुलिस ने बताया की माहौल क्रिएट किया जा रहा है कि ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है. लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई सामान्य है. फिलहाल पकडे गये तीनों युवकों से पूछताछ की जा रही है कि ये सिलेंडर कहां से लाए हैं.