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स्मैक तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, नाइजीरियन गैंग से भी जुडे़ है तार

श्रीगंगानगर में स्मैक तस्कर करने वाले युवक को पुरानी आबादी पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है.बताया जा रहा है कि नशे के तस्कर आरोपी युवक के नाइजीरियन गैंग से भी तार जुडे़ हुए है. आरोपी नाइजीरियन गैंग के माध्यम से देश में लाई जा रही स्मैक को श्रीगंगानगर जिले में ग्राहक बनाकर भेजने का काम करता था.

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स्मैक तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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Published : Jan 15, 2020, 11:23 PM IST

श्रीगंगानगर.जिले में लोगों को स्मैक उपलब्ध कराने वाले युवक को पुरानी आबादी पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है. 28 साल के आरोपी युवक केतन मलिक उर्फ चेतन अरोड़ा सद्भावना नगर का रहने वाला है. वह करीब 3 साल से दिल्ली के चंद्र विहार इलाके में किराए के मकान में रहते हुए नशे का नेटवर्क संचालित कर रहा था. दिल्ली से गिरफ्तार किए गए आरोपी को पुलिस ने अदालत में पेश कर 17 जनवरी तक रिमांड पर लिया है.

स्मैक तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

बताया जा रहा है कि नशे के तस्कर आरोपी युवक के नाइजीरियन गैंग से भी तार जुडे़ हुए है. आरोपी नाइजीरियन गैंग के माध्यम से देश में लाई जा रही स्मैक को श्रीगंगानगर जिले में ग्राहक बनाकर भेजने का काम करता था. युवक ने छजगरिया बस्ती के सरगना मंगू छजगरिया और उसकी सहयोगी उषा छजगरिया को 480 ग्राम स्मैक उपलब्ध करवाई थी. इस मादक पदार्थ को जवाहरनगर पुलिस ने 12 जनवरी को बरामद कर मंगू और उषा के साथी सादुल शहर के वार्ड 18 निवासी जयपाल और अशोक नगर निवासी दीनबंधु उर्फ गौरव को गिरफ्तार किया था.

दीनबंधु ने रिमांड के दौरान बताया था कि वह उक्त मादक पदार्थ दिल्ली से लेकर आया है. उसका सौदा केतन मलिक उर्फ चेतन अरोड़ा ने करवाया था. इस सूचना के बाद जांच अधिकारी पुरानी आबादी थाना प्रभारी रणजीत सेवदा टीम के साथ दिल्ली गए. दिल्ली में निहाल विहार थाना पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया.

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अब तक की जांच में पता चला है कि चेतन अरोड़ा सद्भावना नगर में रहता था. तब से ही वह स्मैक का नशा करने लग गया था. स्मैक का नशा जब वह श्रीगंगानगर में रहता था तब मंगू और उषा से समेक की पुड़िया खरीद कर पीता था. करीब 2 साल पहले उसे नशा छुड़वाने और काम करने के लिए उसके घर वालों ने उसे दिल्ली भेज दिया था. इस दौरान वह वहां के तस्करों के संपर्क में आ गया. इसी बीच उसने खुद स्मैक बेचना शुरू कर दिया.

आरोपी नाइजीरियन गैंग से संपर्क साधकर अधिक रुपए कमाने का दिमाग लगाने लगा. इसी दौरान वह बड़ी गैंग से संपर्क साधने में सफल रहा. वह करीब 2 साल से ही मंगू और उषा को स्मैक का सौदा करवाने में मदद करता आ रहा है. पुलिस को आरोपी ने बताया कि उसे एक किलो स्मैक का सौदा करवाने के बदले डेढ़ से दो लाख रुपए के बीच दलाली मिल जाती थी. आरोपी किराए के फ्लैट में पत्नी और बेटी के साथ पूरी सुख सुविधाओं के साथ रहता था.

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वही मंगू और उषा जिले में हर माह 2 किलो स्मैक को खपा देते थे. इतनी बड़ी मात्रा में करीब 80 हजार लोगों के लिए नशे की एक डोज तैयार की जा सकती है. इतने बड़े पैमाने पर हो रहे नशे के इस कारोबार को पुलिस पूरी तरह साफ करने की बात कह रही है. जवाहरनगर पुलिस की ओर से पकड़ी गई 480 ग्राम स्मैक मामले में पुलिस इस नेटवर्क को पूरी तरह नष्ट करने के लिए कड़ी से कड़ी जोड़ने मे जुटी हुई है.

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