श्रीगंगानगर. नहरों में क्लोजर के मद्देनजर जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने विजयनगर, सूरतगढ, अनूपगढ और घड़साना का सघन दौरा कर जल जीवन मिशन, जनता जल योजना का रिव्यू किया. जिला कलेक्टर ने इन क्षेत्रों में नहरबंदी में पेयजल की क्या व्यवस्था होगी, इसका फीडबैक लिया. उन्होंने सूरतगढ़, विजयनगर, अनूपगढ़ व घड़साना ब्लाॅक में निरीक्षण कर नहरबन्दी के समय डिग्गियों में जल भंडारण के लिए निर्देश दिए.
जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि नहरबंदी के दौरान पेयजल की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने मौके पर ही डिग्गियों में पानी भराव भी जांचा. जिला कलेक्टर ने सूरतगढ़ में नई पेयजल परियोजना का निरीक्षण किया. सूरतगढ़ शहर से बाहर इस परियोजना में 2.30 लाख किलो लीटर कैपेसिटी का टैंक बनाया गया है, जो 80 प्रतिशत भरा हुआ था व इसमें और पानी आ रहा था.
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इसके पश्चात जिला कलेक्टर 5जीबी और 1एमएसडी पेयजल परियोजना का दौरा किया, जहां डिग्गी भरी हुई मिली. तत्पश्चात उन्होंने 15ए का दौरा किया, जहां डिग्गी 80 प्रतिशत भरी हुई थी व उसमें और पानी आ रहा था. इसके बाद जिला कलेक्टर पतरोड़ा, 11 पी गांव में गए, जहां उन्होंने जनता जलयोजना के तहत डिग्गी की जांच की और डिग्गी 80 प्रतिशत भरी हुई थी. इसके पश्चात पीएचईडी की 12 एमएलडी पेयजल परियोजना देखी, जिसमें अस्सी प्रतिशत डिग्गी भरी हुई थी.
जिला कलेक्टर ने 365 हेड 2 केएलडी पहुंचकर डिग्गी की जांच की जो सौ प्रतिशत भरी हुई मिली. जिला कलेक्टर ने सभी व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया व पाया कि ग्रामीणजन व पीएचईडी विभाग द्वारा समन्वय स्थापित कर सभी जगह जल भंडारण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है. जिला कलेक्टर ने मग्घेवाली ढ़ाणी, जैतसर में 5 जीबी और अनूपगढ़ में 5 एबी का भी दौरा किया.