श्रीगंगानगर. शहर की पुरानी आबादी थाना क्षेत्र के वार्ड 67 जेड में रविवार को (Sriganganagar blind murder mystery case) हुई हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. साथ उक्त मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. बताया गया कि रविवार को पुलिस को वार्ड 6 के प्रभु चौक निवासी सुभाष खटीक ने सूचना दी थी कि राधेश्याम छाबड़ा के मकान के पीछे वाली प्लाट में किसी अज्ञात व्यक्ति का शव जल रहा है. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जलते शव पर पानी डालकर आग बुझाई गई. मृतक का शव पूरी तरह से जला हुआ था. साथ ही उसके हाथ-पैर लोहे की तारों से बंधे थे. इसके बाद पुलिस ने धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की.
पुलिस ने घटनास्थल पर एमओबी, एफएसएल और डॉग स्क्वायड (Murder due to illegitimate relationship) टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करवाए. प्रकरण को ट्रेस आउट करने के लिए सतनाम सिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में सीओ सिटी गंगानगर के सुपरविजन थाना अधिकारी पुरानी आबादी की टीम ने कार्रवाई की. जिसके कारण 24 घंटे में मामले का खुलासा हो गया.
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पुलिस की गठित टीम ने कार्रवाई करते हुए घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित कर तकनीकी अनुसंधान सूचना के आधार पर शव की पहचान की. वहीं, मृतक की शिनाख्त वीरेंद्र सिंह पुत्र भानी सिंह राजपूत निवासी 7 जेड श्रीगंगानगर के रूप में हुई है. इधर, मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान को जाहिर (Sriganganagar crime news) करते हुए पुलिस ने बताया कि रोहित (23) पुत्र गुलशन साल निवासी हबीबगंज लुधियाना और आंसू उर्फ जसमीन पुत्री जगदीश कुमार पत्नी रोहित को गिरफ्तार किया गया. जिनसे पूछताछ में मृतक वीरेंद्र सिंह के आरोपी जसमीन से अवैध संबंध के बारे में पता चला.
वहीं, बताया गया कि मृतक वीरेंद्र विदेश में नौकरी करता था. जिसके पास काफी पैसे थे. जिसके कारण ही अवैध संबंधों की आड़ में उसे ब्लैकमेल करने के मकसद से आरोपी ने अपने किराए के मकान (कृष्णा निकुंज कॉलोनी पुरानी आबादी श्रीगंगानगर) में फोन कर बुलाया था. पूर्व नियोजित प्लान के अनुसार वीरेंद्र सिंह की हत्या कर मृतक की पहचान मिटाने को शव पर पेट्रोल डालकर जला दिया गया. लेकिन ऐन मौके पर पुलिस को इसकी सूचना मिल गई.
इधर, जांच के दौरान पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कुबूल लिया. पुलिस ने बताया कि आरोपी दंपती पुराने कपड़े बेचने का काम करते थे. वहीं, आरोपी रोहित का परिवार चांदनी चौक पुरानी आबादी श्रीगंगानगर में रहता है.