श्रीगंगानगर.शहर में सीवरेज की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई कर रही एलएनटी कंपनी ने एक दर्जन कॉलोनियों में कॉलोनियों की सड़कों को खोद कर रख दिया है. अब सड़कों पर वाहनों के साथ-साथ व्यक्ति का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.
शहर की पूजा कॉलोनी, आनंद विहार कॉलोनी, गजानंद कॉलोनी, शंकर कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, महावीर इंटरनेशनल कॉलोनी, मधुबन कॉलोनी, सरस्वती नगर सहित तमाम कॉलोनी पूरी तरह से खुदाई की जा चुकी है. कंपनी ने कुछ जगह मिट्टी डाली है लेकिन, अधिकतर सड़कें आज भी उखड़ी हुई है. हल्की बारिश के बाद इन कॉलोनियों में कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है.इस कारण इन सड़कों से आम व्यक्ति का निकलना ही मुश्किल हो रहा है.
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सीवरेज के लिए खोदे गए गड्ढे में आए दिन कोई ना कोई गिरने से हादसा होता रहता है. शहर में आरयूआईडीपी ने साल 2012 में सीवरेज का निर्माण कार्य शुरू किया था. उस समय ठेका कम्पनी एलएनटी ने दावा किया था कि किसी भी कॉलोनी में सीवरेज पेयजल पाइपलाइन और चेंबर आदि के निर्माण के बाद 15 दिन में खोदी गई सड़क का पुनर्निर्माण कर दिया जाएगा. लेकिन, हालात यह है कि सीवरेज का कार्य कर रही ठेका फर्म एलएनटी ही अपने दावे पर खरी नहीं उतरी है.
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जगह-जगह सड़कें खोद कर छोड़ दिए जाने से हालात बहुत खराब है, लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. कंपनी ने सीवरेज के लिए सड़क खुदाई कर कार्य बीच में छोड़ रखा है. सीवरेज के कारण शहर के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी जिले के प्रभारी सचिव वैभव गालरिया ने जिले में संचालित सिवरेज निर्माण के लिए कई बार अधिकारियों को फटकार लगा चुके हैं. शहर की पेयजल योजना का नवीनीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य तथा सीवरेज पाइप लाइन और सीवरेज पंपिंग स्टेशन इत्यादि का कार्य 10 वर्ष का संचालन में संधारण का कार्य होना है. नगर परिषद के 65 वार्ड हैं, जिनकी 2011 की जनगणना अनुसार कुल आबादी 2,37,780 व्यक्ति है. पेयजल और सीवरेज योजना साल 2046 तक की जनसंख्या पांच लाख पर अभिकलिप्त है.