श्रीगंगानगर. शहर में बहुचर्चित अधिवक्ता पर उसकी पत्नी द्वारा अपनी ढाई साल की मासूम पुत्री के साथ कथित दुष्कर्म करने के आरोप का मामले में बरती गई लापरवाही के लिए पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने सहित तीन मांगों के समर्थन में वकीलों की हड़ताल गुरुवार को भी जारी रहा.
वकीलों का हड़ताल अब भी जारी इस कड़ी में गुरुवार को काफी संख्या में अधिवक्ता जिला न्यायालय परिसर में एकत्रित हुए. जहां कोर्ट परिसर के पार्क में बार संघ के फुल हाउस की बैठक आयोजित की गई. जिसमें वकीलों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. वहीं इस बैठक के बाद सभी अधिवक्ता जुलूस के रूप में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे.
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एसपी ऑफिस के बाहर अधिवक्ताओं की सभा में समर्थन देने के लिए माकपा के पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल भी समर्थन देने पहुंचे. उन्होंने वकीलों की मांगों का समर्थन करते हुए संघर्ष में पूरा साथ देने की घोषणा की. सभा में बार संघ के अध्यक्ष जसवीर सिंह मिशन सहित तमाम वकीलों ने सभा को संबोधित किया.
बार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अब यहां जिला कलेक्टर और जिला पुलिस के किसी भी अधिकारी से कोई वार्ता नहीं की जाएगी. इस मामले को लेकर अब तक जितनी भी वार्ता हुई है, उनमें कोई नतीजा नहीं निकला है. गुरुवार की सभा में वक्ताओं ने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर भी इस मामले में पुलिस अधिकारियों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है.
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जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देश पर इस प्रकरण में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की प्रशासनिक जांच को भी भटका देने के आरोप अधिवक्ताओं ने लगाए. उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी पुलिस अधिकारियों को बचाने में लगे हैं. ऐसे में पूरे जिले में सभी जगह पर बार संघों ने समर्थन करते हुए कार्य का बहिष्कार किया. वहीं श्रीगंगानगर के अदालतों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा.