श्रीगंगानगर. राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर प्रदेश में नर्सेज के 11 सूत्री मांग पत्र पर कार्रवाई नहीं करने और नर्सेज के पदनाम केंद्र के अनुरूप नहीं करने से वंचित नर्सेज कर्मियों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है. वहीं, इसे लेकर 10 और 11 मई को प्रदेशभर के नर्सेज राज्य सरकार की संवेदनहीनता के कारण काली पट्टी बांधकर अपने सेवाएं देंगे.
इसके साथ ही नर्सेज कर्मी 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस के अवसर पर काली पट्टी बांधकर एक घंटे के अतिरिक्त सेवाएं देकर नर्सेज आक्रोश दिवस के रूप में मनाया जाएगा. राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रवक्ता रामजी लाल सियाग और जिला अध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने बताया कि एसोसिएशन पिछले कई वर्षों से राज्य सरकार से नर्सेज की लंबित मांगों को लेकर विभिन्न क्षेत्रों पर ज्ञापन के माध्यम से समाधान की मांग करते आ रहे हैं.
पढ़ें:क्या हुआ जब वीकेंड कर्फ्यू के दौरान शराब की दुकान पर पहुंच गईं तहसीलदार मैडम...देखिये पूरा वीडियो
बता दें कि, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग नर्सेज की मांग को लेकर स्वेदनहीन और मूकदर्शक बना हुआ है, जिसके कारण संगठन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर श्रीगंगानगर जिले के समस्त नर्सेज 10 और 11 मई को काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे इसके साथ ही नर्सिंग दिवस 12 मई को एक घंटे अपनी सेवाएं देते हुए आक्रोश दिवस के रूप में मनाएंगे.
वहीं, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा ने बताया कि, नर्सेज की विभिन्न मांगों को लेकर संगठन ने समय-समय पर सरकार को ज्ञापन भेजकर समाधान की मांग की है, बावजूद इसके पिछले ढाई साल के समय में सरकार ने इन मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है.
यह भी पढ़ें:गुलाबचंद कटारिया ने लिखा सीएम गहलोत को पत्र, कोरोना को लेकर ग्रामीण इलाकों में डोर-टू-डोर सर्वे की मांग
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि, नर्सेज कोरोना संकट जैसे विपरीत परिस्थितियों में काम करते हुए हमेशा मानव मात्र की सेवा करने मे लगे हुए हैं, बावजूद इसके सरकार की हठधर्मिता दर्शाती है कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, ऐसे में अब एसोसिएशन आर पार की लड़ाई के मूड में आ चुका है.