सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). उत्तर-पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक आनंदप्रकाश ने कहा है कि लोकल ट्रेनें चलाना भारत सरकार के अधीन है. रेल मंत्रालय ने एक अप्रैल से लोकल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया था लेकिन महाराष्ट्र, केरल सहित अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से ट्रेनों का चल पाना मुश्किल है.
जीएम शुक्रवार को बठिंडा से शाम साढ़े 6 बजे स्पेशल ट्रेन से सूरतगढ़ जंक्शन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. जीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि कोरोना काल में ट्रेनें न चलने से रेलवे को 50 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. कोरोनाकाल में बंद हुई लोकल ट्रेनों के संचालन के सवाल पर जीएम ने कहा कि यात्रा करना जरूरी नहीं हैं बल्कि जिंदगी बचाना उससे भी जरूरी है. फिर भी रेल मंत्रालय से आदेश आता है तो लोकल ही नहीं अन्य बंद ट्रेनों का भी संचालन शुरू कर दिया जाएगा.
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उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने पूर्व में बाड़मेर-कालका लिंक एक्सप्रेस में चंडीगढ़ के 7 कोच लगते थे, जो हटा दिए गए. यात्रियों की सुविधा के लिए कोच वापस लगाए जाए. जीएम ने सबंधित अधिकारी से पूछते हुए बताया कि यह सही है कि कोच हटा दिए गए है, जैसे ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा. चंडीगढ़ के लिए नई ट्रेन चलाई जाएगी. फुटओवरब्रिज से बीमार, बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को एक से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में दिक्कत होती है. जिस के सवाल पर जीएम ने कहा कि एक्सीलेटर(स्वचालित सीढियों) पर 90 लाख रुपए खर्च आता है. ऐसे यात्रियों की सुविधा के लिए इसी साल बजट की व्यवस्था कर रेलवे स्टेशन पर एक्सीलेटर सीढियां लगवा दी जाएगी. सूरतगढ़ को रेलवे की ओर से नई सौगात देने के सवाल पर जीएम ने कहा कि फिलहाल बजट का अभाव है, वे कोई घोषण नहीं करना चाहते.