श्रीगंगानगर.हिन्दी फिल्म के एक जेलर का यह डायलोग की "रास्ते में हर कदम पर दुआ मांगना, तो यही दुआ मांगना कि तुम जेल में जाओ, लेकिन रघुवीर सिंह की जेल में ना जाओ" ये बताने के लिए काफी है कि जेल में कैदियों की ओर से की जाने वाली हरकतो को शांत करने के लिए किसी रघुवीर सिंह जैसे जेलर की जरुरत है.
इसी अंदाज में अब श्रीगंगानगर के केंद्रीय कारागृह का पदभार सम्भालने वाले जेल सुप्रिडेंट मोईनूदिन पठान का भी जेल मे बन्द कैदियों और जेल स्टाफ को खुला संदेश दिया गया है कि अगर जेल की चारदीवारी में किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो मोइनूदीन पठान के जेल में किसी को बख्शा नहीं जाएगा. श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह में पिछले दिनों जिस प्रकार की घटनाएं सामने आई है. उसको देखकर अब जेल प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए जेल की कमान मोइनुद्दीन पठान के हवाले की है.
मोइनुद्दीन पठान जेल में चल रही तमाम प्रकार की अवैध गतिविधियों और गड़बड़ियों में सुधार करने के लिए जेल अधीक्षक का कार्यभार संभाला है. केंद्रीय कारागृह में पिछले लंबे समय से जेल में बंदियो के पास नशा और मोबाइल से नेटवर्क चलाने की शिकायते सामने आती रही है. यही नहीं पिछ्ले दिनो जेल में बंदी को वीआईपी सुविधा और नशा देने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने एक नर्सिंगकर्मी को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. जिसके बाद श्रीगंगानगर की केंद्रीय कारागृह पुरे राजस्थान में सुर्खियों में आ गई थी.
जेल में रिश्वतखोरी व नशे के खेल को खत्म करने के लिए जेल विभाग ने जयपुर से मोइनुद्दीन पठान को जेल का सुप्रिडेंट नियुक्त करके जेल में फैली अव्यवस्था को सही करने का जिम्मा दिया है. मोइनुद्दीन पठान काफी सख्त तेवर वाले सुप्रीडेंट माने जाते हैं. बड़े से बड़े अपराधी भी जेल की चार दीवारों में उनसे खौफ खाते हैं. मोइनुद्दीन पठान ने जेल में बंद खूंखार बंदियों को हिदायत दी है कि अब मोइनुद्दीन पठान की जेल में अगर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई तो वे ऐसा कहर ढहाएंगे कि जीवन में फिर कभी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे.