सादुलशहर (श्रीगंगानगर).कोरोना संक्रमण के चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई पूरी तरह से ठप हो चुकी है. पिछले पांच महीनों से स्कूल-कॉलेज बंद हैं. कोरोना के कारण बहुत से छात्रों को पिछली कक्षाओं से बिना परीक्षा के ही प्रमोट कर दिया गया है. वहीं बहुत से छात्रों को अभी भी परीक्षा का इंतजार है. स्कूल-कॉलेज बंद होने से अभिभावक और छात्र भी अगली कक्षा के लिए परेशान हैं. इन सबके बीच सादुलशहर में IAS की तैयारी कर रही दो जुड़वा बेटियां ऐसी भी हैं, जिन्होंने इस कोरोना महामारी के बीच निशुल्क शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है.
जिन्होंने घर पर ही स्टूडियो तैयार कर छात्र-छात्राओं को शिक्षा मुहैया करवाना शुरू कर दिया है. जिसका नाम मीत नॉलेज हब रखा गया है. रूबी और स्नेहा के 'मीत नॉलेज हब' से प्रदेश के करीब तीस हजार से जयादा छात्र लाभ उठा रहे हैं. खास बात यह है कि कोचिंग में किसी भी प्रकार को कोई भी फीस नहीं ली जा रही है. व्हाट्सप्प ग्रुप बनाकर प्रदेश के बहुत से स्कूलों को जोड़ा गया है, जिसमें हर दिन विभिन्न वीडियो डाले जाते हैं. जिन्हें देखकर अन्य छात्र पढ़ाई कर रहे हैं.
रूबी और स्नेहा ने बताती हैं कि उन्होंने इस स्टूडियों के लिए थोड़े पैसे अपने माता-पिता से लिए. साथ ही इंस्पायर अवार्ड की छात्रवृति के आए 60 हजार रुपये भी उन्होंने बेझिझक स्टूडियो बनाने में खर्च कर दिए. इन रुपयों से स्टूडियो में माइक, कैमरा, लाइटिंग, लैपटॉप सहित अन्य सामन खरीदा गया.