श्रीगंगानगर. जिले में जिला अस्पताल को सर्वोच्च चिकित्सीय कार्यों के लिए भारत सरकार से क्वालिटी सर्टिफिकेट जारी करने लायक बनाए जाने के लिए गुरुवार को कायाकल्प योजना की टीम ने बारीकी से निरीक्षण किया. बुधवार को जयपुर से श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में पहुंची टीम में डॉ. ज्योति मीणा और डॉ. प्रदीप कुमार के साथ तीन सदस्य टीम जिला अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं और मरीजों को दी जा रही सेवाओं का बारीकी से आंकलन किया.
कायाकल्प टीम ने जांची जिला अस्पताल की व्यवस्था इस दौरान पीएमओ बलदेव सिंह, उप नियंत्रक डॉ. प्रेम बजाज, प्रशासनिक अधिकारी धीरज सेन सहित अन्य अधिकारी शामिल थे. बता दें कि जिला चिकित्सालय कायाकल्प पुरस्कार तो पहले ही जीत चुका है. अब क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए भारत सरकार की बाहरी मूल्यांकन टीम की चेक लिस्ट के अनुरूप 13 विभागों की गुणवत्ता मापदंडों का स्टेट टीम ने मौके पर परीक्षण किया.
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टीम ने ओपीडी, आईपीडी, प्रसूति कक्ष, प्रसूति वार्ड, पीपी यूनिट, लेबर कक्ष, सर्जरी, पेथोलोजी, रेडियोलॉजी, ब्लड बैंक और प्रशासनिक विभाग का निरीक्षण किया. इनमें क्वालिटी सर्टिफिकेट के लिए आवश्यक सुधार के बारे में अपनी राय दी है. उन्होंने बताया कि भविष्य में यदि केंद्र सरकार के दल ने प्रस्तावित निरीक्षण में जिला अस्पताल 70 फीसदी से अधिक अंक अर्जित कर लेता है तो आगामी 5 साल तक 10 हजार रुपए अस्पताल के क्वालिटी उन्नयन के लिए भारत सरकार से मिलेंगे.
वहीं, जयपुर से आई टीम प्रभारी ज्योति मीणा ने बताया कि जिला अस्पताल में बारीकी से निरीक्षण किया. जिसमें कुछ खामियां सामने आई है. इन खामियों में सुधार के लिए निर्देश दिए गए हैं. ताकि केंद्र सरकार के निरीक्षण में जिला अस्पताल खरा उतर सके.