श्रीगंगानगर. जिले में एसीबी की ओर से ई-मित्र संचालकों को छात्रवृत्ति में गड़बड़ी करने पर पकड़े जाने के बाद जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है. इसी क्रम में जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में संयुक्त निदेषक, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के साथ जिले के दो ई-मित्र कियोस्क का औचक निरीक्षण किया गया.
वार्ड नम्बर 12 पुरानी आबादी श्रीगगांनगर के कियोस्क का निरीक्षण किया गया. जिसमें कियोस्क पर ई-मित्र की नई रेट-लिस्ट और बैनर चस्पा था. कियोस्क धारक ई-मित्र की समस्त सेवाएं बिजली/पानी बिल, जनआधार कार्ड, राशन कार्ड, सीडिंग, मूल निवास जाति प्रमाण पत्र आदि समस्त सेवाएं देता हुआ पाया गया. कियोस्क धारक के कियोस्क पर ई-मित्र प्लस की मशीन भी स्थापित थी जिसके उपयोग के बारे में जाना गया.
कियोस्क धारक की ओर से बताया गया कि उक्त मशीन पर ई-मित्र से संबंधित विभिन्न सेवाएं आम आदमी स्वयं उसका उपयोग करके ले सकता है. ये एक सेल्फ सर्विस कियोस्क है जिसका उपयोग करते हुए पानी/बिजली के बिल, पेंशन सत्यापन आदि कार्य किए जा सकते हैं.
कियोस्क धारक को वन राशन वन नेशन योजना के अन्तर्गत राशन कार्ड में आधार की सीडिंग का कार्य प्राथमिकता से कर समस्त सेवाएं निर्धारित दरों पर नागरिकों को उपलब्ध करवाने के लिए पाबंद किया गया. इसी तरह लवीश ई-मित्र वार्ड नम्बर 19 उदाराम चौक श्रीगगांनगर का निरीक्षण किया गया. जिसमें कियोस्क पर ई-मित्र की नवीनतम रेट-लिस्ट और कॉ-ब्रांडेड बैनर चस्पा थे.
कियोस्क धारक ई-मित्र की समस्त सेवाएं बिजली/पानी बिल, जनआधार कार्ड, राशन कार्ड, सीडिंग, मूल निवास जाति प्रमाण पत्र आदि देते पाया गया. कियोस्क धारक के यहां पास में राशन डिपो भी था जिसके उपभोक्ताओं की आधार सीडिंग का कार्य उक्त कियोस्क धारक की ओर से ही निःशुल्क किया जा रहा था. इस संबंध में कियोस्क धारक को उक्त कार्य प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए गए.
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कियोस्क धारक लवीश कुमार के कियोस्क पर भी एक ई-मित्र प्लस मशीन स्थापित थी जिसका समुचित उपयोग कर, ई-मित्र पर उपलब्ध समस्त सेवाएं राज्य सरकार की ओर से निर्धारत दरों पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए.