सादुलशहर (श्री गंगानगर). भगवती कन्या महाविद्यालय और शांति पंचकर्म आयुर्वेद चिकित्सा केंद्र द्वारा मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए लालगढ़ जाटान के मुख्य बस स्टैंड पर देशी जड़ी-बूटियों से बना आयुर्वेद का काढ़ा पिलाया गया. जिसमें आने जाने वाले हर व्यक्ति और यात्रियों को काढ़ा पिलाया गया.
मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए पिलाया काढ़ा राजकीय जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक वैध डॉ ओम पारिक ने बताया, कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए 6 प्रकार का आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जा रहा है. जो 40 देशी जड़ी-बूटियों से बनाया गया है. इस काढ़े के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.
इसके साथ ही राजकीय चुना देवी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की सैकड़ों छात्राओं को भी काढ़ा पिलाया गया. इस मौके पर कॉलेज स्टाफ और कई ग्रामीण मौजूद रहे. इस दौरान डॉ. ओम पारिक ने बताया, कि आयुर्वेद विश्व की सबसे प्राचीन चिकित्सा पद्धति है. इसकी आवश्यकता और महत्व आज भी प्रासंगिक है. इसके कई लाभ हैं.
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लोगों में वर्तमान समय में इसकी ओर रूझान बढ़ा है. एलोपैथी के स्थान पर लोग आयुर्वेद को अपना रहे हैं. इस चिकित्सा पद्धति में उपचार के दौरान परहेज जरूर बरतना पड़ता है, लेकिन कई रोगों को यह जड़ से समाप्त करने में सक्षम है. इस उपचार के दौरान बस रोगी को अनुशासित रहने की आवश्यकता होती है.