श्रीगंगानगर. जिले में 29 नवंबर को गायब हुई नौ साल की मासूम बच्ची के साथ एक 42 वर्षीय व्यक्ति ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी. बच्ची का शव अगले दिन श्मशान में मिला था. बच्ची शाम को गायब हुई थी और इसके बाद ही परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई थी. इस मामले में श्रीगंगानगर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और अब ग्यारह दिनों में चार्जशीट पेश की है.
एसपी आनंद शर्मा ने माना कि मामला काफी संवेदनशील था. यही वजह है कि जांच अधिकारी ने ग्यारह दिनों में तीन सौ पेज की चार्जशीट तैयार की और चालीस गवाहों के ब्यान दर्ज किया. चार्जशीट की फ़ाइल में 60 दस्तावेज सबूत के भी फ़ाइल किए गए हैं. एसपी आनंद शर्मा के अनुसार जिले का ये पहला मामला है जिसमें इतनी तेजी से जांच कर मात्र ग्यारह दिनों में चार्जशीट फ़ाइल की गई. उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी को सजा नहीं हो जाएगी तब तक जांच अधिकारी खुद मामले की निगरानी करेंगे. उन्होंने बताया कि मामले को केस आफिस योजना में लेकर तेजी से जांच की गई.
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क्या था मामला-गांव लालगढ़ में एक नौ वर्ष की मासूम बच्ची शाम के समय लापता हो गई थी. बच्ची का शव खून से लथपथ अवस्था में श्मशान में मिला था. बाद में पुलिस जांच में सामने आया था कि 42 साल के शख्स ने बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने अपना शिकार बनाया. जब बच्ची ने घर बताने की बात कही तो डर के मारे आरोपी ने बच्ची का गाला घोंट दिया और शमशान में फेंक दिया. यही नहीं शव बच्ची के शव पर ईंट से प्रहार भी किया.
ग्रामीणों ने किया था स्टेट हाइवे जाम- बच्ची की रेप के बाद हत्यामामले में बच्ची के शव के साथ ग्रामीणों ने में बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया था. पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए ग्रामीणों ने बच्ची के शव के साथ पुलिस थाने के सामने धरना दिया था (villagers protest in front of police station). लोगों ने पुलिस थाना स्टाफ को बदलने की मांग की थी. 3 दिसंबर को गुस्साए ग्रामीणों ने स्टेट हाइवे को जाम कर दिया था. लोग पुलिस के लापरवाह रवैए से नाराज थे. बाद में समझौता हुआ था. जिसमें थाना प्रभारी को हटाने (Lalgarh police station in charge removed), पीड़ित परिवार को 8 लाख रुपए मुआवजा देने, एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने और केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने पर सहमति बनी थी.