श्रीगंगानगर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बजट से आशा सहयोगिन और ग्राम साथिन खफा है. इन महिलाओं ने अपना मानदेय बढ़ाने के लिए श्रीगंगानगर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन देने आई इन कार्यकर्ताओं ने राज्य की गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को सरकार ने गंभीरता से पूरा नहीं किया तो वे आंदोलन पर उतर आएंगे.
मानदेय बढ़ोतरी को लेकर सरकार के खिलाफ चेतावनी प्रदर्शन कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिन व ग्राम साथिनों ने कहा कि सरकार ने घोषणा पत्र में किया गया वायदा बजट में पूरा नहीं किया है जिसको लेकर पूरे राज्य की आशा व ग्राम साथिन सरकार से खफा है.
राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ ने राज्य के बजट में आशा सहयोगिनी और ग्राम साथिनों के मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं किए जाने के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकालने का फैसला लिया है. कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर संगठन की अध्यक्ष सीता स्वामी ने कार्यकर्ताओं को साथ लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए.
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि हम जैसी कार्यकर्ताओं से अच्छे तो बेरोजगार युवा है जिनको सरकार 3500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता दे रही है. जबकि सरकार ने आशाओं व साथिनों का 2500 रुपये ही मानदेय कर रखा है. वह भी महीने भर फील्ड में काम करने के बाद मिलते हैं. सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में इजाफा किया जबकि आशा सहयोगिन और ग्राम साथिनों को नजरअंदाज कर दिया है.
महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं चेतावनी दी है कि अगर मुख्यमंत्री ने वादा पूरा नही किया तो आंदोलन किया जाएगा.