श्रीगंगानगर. कोरोना संक्रमण के बाद हुए लॉकडाऊन के चलते देशभर में अलग-अलग राज्यों के लोग अटके हुये है. लॉकडाऊन के चलते रेल और सड़क यातायात बंद होने के कारण ये लोग अपने घरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. कश्मीर घाटी के कुछ लोग सर्दियों के दौरान श्रीगंगानगर आए थे कारोबार के लिए. लेकिन लॉकडाउन होने की वजह से ये लोग अपने घरों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
कश्मीर घाटी के रहने वाले फारुख अहमद पिछले 4 माह से श्रीगंगानगर में काम धंधा कर रहे थे,लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन के बाद अब घर नहीं जा पा रहे हैं. फारूक अहमद बताते हैं कि, घर में पूरा परिवार है. इनकी माने तो घर में बूढ़ी मां बहुत परेशान हैं. 20 मार्च को घाटी जाने का कार्यक्रम था लेकिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक लॉकडाउन घोषणा करने के बाद वह कश्मीर घाटी में अपने घर नहीं जा पाए.
श्रीगंगानगर जिले में फारूक के साथ कश्मीर घाटी के ऐसे 20 कश्मीरी लोग हैं जो सर्दी के मौसम के दौरान यहां ऊनी कपड़े का व्यवसाय करने के लिए आए थे. फरुख कहते हैं कि, श्रीगंगानगर में बहुत अच्छे लोग हैं लेकिन गर्मी होने के कारण अब वे यहां रह नहीं सकते हैं और अपने घर जाना चाहते हैं.
कश्मीर के कुलगांव जिले के रहने वाले ये सभी 20 लोग 20 नवंबर को श्रीगंगानगर जिले में काम कारोबार के लिए आए थे. तब से ये सभी यहीं रह रहे हैं. इनकी मानें तो इस बार सर्दी अच्छी होने के कारण उनका काम धंधा भी अच्छा रहा, लेकिन अब वहां जाकर अपना घर संभालना चाहते हैं.