सिरोही.सिरोही स्थापना महोत्सव कार्यक्रम की शुरूआत भव्य शोभायात्रा से की गई. शोभायात्रा को मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढा, जिला कलेक्टर डॉ भंवर लाल, जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता, सभापति महेन्द्र मेवाडा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. शोभायात्रा अहिंसा सर्किल से शुरू होकर जेल रोड होती हुई अम्बेडकर सर्किल पहुंची, वहां से राजमाता धर्मशाला से सरजावाव गेट होकर सदर बाजार से गुजरते हुए राजमहल चैराहा पहुंची. अंत में पैलेस रोड होती हुई अपने गन्तव्य स्थल अरविन्द पैवेलियन पहुंची.
इस शोभायात्रा में सबसे आगे देशभक्ति गीतों व राजस्थानी धुनें बैंड बजाता चल रहा था. जन प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उनके पीछे चलते दिखे. इनके ठीक पीछे केसरिया साफा पहनकर चल रहे भूतपूर्व सैनिक शोभायात्रा का विशेष आकर्षण रहे. उनके पीछे लाल चुनरी में मातृशक्ति, आदिवासी नृत्य वालर का प्रदर्शन करती गरासिया जाति के स्त्री-पुरुषों का दल था. ढोल पार्टी पर सिरोहीवासी झूमते नजर आए.
पढ़ेंःउदयपुर हुआ 470 साल का, लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ बोले- संजोए रखें पुरखों की इस धरोहर को
शोभायात्रा में राजस्थानी गैर नृत्य का प्रदर्शन भी किया गया. सांस्कृतिक कला मण्डल शोभायात्रा का हिस्सा रही. देवासी समाज के लोगों ने अपनी सामाजिक वेशभूषा पहनकर गोरबन्द से सजे ऊंटों की अगुवाई की. इस नयनाभिराम शोभायात्रा ने सिरोही के हर बाशिन्दे का मन मोह लिया और उसे झूमने पर मजबूर कर दिया. इस दौरान हथियारों की प्रदर्शनी भी लगाई गई. सिरोही के इतिहास की प्रदर्शनी भी खास आकर्षण का केंद्र रही.