सिरोही.जिले के रेवदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया है. यहां दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है. भाजपा ने जगसीराम कोली को प्रत्याशी है, जो पिछले चार बार से विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस ने कोली समाज के ही मोतीलाल कोली को मैदान में उतारा है. मोतीलाल कोली वर्तमान में जिला परिषद के सदस्य हैं. हालांकि, इन दोनों ही दलों के इतर बसपा से बीनाराम मेघवाल, भारत आदिवासी पार्टी से गणपत मेघवाल मैदान में हैं.
भाजपा और कांग्रेस की ताकत :रेवदर सीट पर पिछले 20 सालों से भाजपा का कब्जा रहा है. ऐसे में ये सीट भाजपा का गढ़ माना जाता है. जगसीराम कोली क्षेत्र में खासा लोकप्रिय हैं और उनकी छवि बेहतर मानी जाती है. यही वजह है कि उन्हें चुनावों में इसका लाभ भी मिलता रहा है. इसके अलावा यह सीट एससी के लिए आरक्षित है. साथ ही कोली समाज का प्रत्याशी होने से जनरल और ओबीसी वोटरों का रुख भी भाजपा की ओर देखा जाता रहा है, लेकिन इस बार कांग्रेस ने यहां बड़ा दांव खेला है.
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वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी मोतीराम कोली पूर्व में प्रधान रह चुके हैं. यहां की स्थानीय समस्याओं से अवगत हैं. साथ ही वर्तमान में उनकी पत्नी बासन ग्राम पंचायत की सरपंच भी हैं. ऐसे में स्थानीय जनता का रुख इस बार कांग्रेस की तरफ भी हो सकता है. इतना ही नहीं मोतीराम कोली का समाज के युवाओं में अच्छी पकड़ होने से इस बार कोली समाज के वोटरों के बंटने की संभावना अधिक है.
दोनों की कमजोरियां :भाजपा प्रत्याशी जगसीराम कोली 20 साल से विधायक होने के बाद भी क्षेत्र में विकास के मुद्दों पर स्थानीय जनता को संतुष्ट नहीं कर पाए हैं. क्षेत्र शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन आदि में अब भी पिछड़ा हुआ है. ऐसे में इस बार युवाओं में परिवर्तन की आस उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. साथ ही कांग्रेस में भी कोली समाज का प्रत्याशी होने से अपने समाज के सम्पूर्ण वोट भी इस बार अपने पक्ष में करने में मुश्किलें देखने को मिलेगी.