सिरोही.राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार की तरफ से लाए गए राइट टू हेल्थ बिल का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. आरटीएच बिल के विरोध में प्रदेशभर में निजी चिकित्सकों की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं, सिरोही में इस बिल के विरोध में पिछले तीन दिनों से जिला अस्पताल के बाहर आईएमए के बैनर तले निजी चिकित्सक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमे दो डॉक्टर आमरण अनशन कर रहे हैं. शनिवार रात आमरण अनशन कर रहे डॉक्टर ओपी मेवाड़ा की तबियत अचानक से खराब हो गई. उन्हें इलाज के लिए तुरंत ही जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जंहा उनका उपचार जारी है.
राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून: आमरण अनशन कर रहे ओपी मेवाड़ा ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से लाया गया राइट टू हेल्थ बिल एक तरह का काला कानून है, जिसे सरकार को वापस लेना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह बिल न तो चिकित्सकों के हित में है और न ही आम जनता के हित में है. जब तक बिल वापस नहीं होगा, वह अपना आमरण अनशन जारी रखेंगे.