सिरोही. कोरोना की दूसरी लहर का असर अब कम हो गया है. केसों की संख्या लगातार कम हो रही है. लेकिन जहां लोगों को केस कम होने के बाद सावधानी बरतनी चाहिए थी. वहीं लोग अब ज्यादा लापरवाह हो गए हैं. राजस्थान के एकमात्र हिल स्टेशन माउंटआबू में वीकेंड पर पर्यटकों की भारी भीड़ आ रही है. लेकिन पर्यटक कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं. इक्का-दुक्का पर्यटक को छोड़ दें तो ना तो कोई मास्क लगाता है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना होती है.
कोरोना: माउंट आबू में पर्यटकों की लापरवाही कहीं भारी ना पड़ जाए
राजस्थान के सिरोही में एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है. जो पर्यटन के लिहाज से अच्छी खबर है. लेकिन माउंट आबू पहुंच रहे अधिकतर पर्यटक कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे हैं. पर्यटक ना मास्क लगा रहे हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर रहे हैं.
माउंट आबू में वीकेंड पर गुजरात और दूसरे राज्यों से भारी संख्या में पर्यटक आते हैं. माउंट आबू तो पर्यटकों से गुलजार है. माउंट आबू के सभी स्थलों पर भारी भीड़ है. नक्की लेक, देलवाड़ा जैन मंदिर सहित अन्य स्थानों पर पर्यटकों की भारी भीड़ लगी रहती है. इस बीच पर्यटक बिना मास्क लगाए घूम रहे हैं. प्रशासन पर्यटकों से मास्क लगाने की अपील कर रहा है. बावजूद इसके भी पर्यटक मास्क नहीं लगा रहे हैं. साथ ही मास्क ना पहनने के अजीब-अजीब तर्क देते हैं.
माउंट आबू के रेस्टोरेंट्स में भी कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही है. बिना सोशल डिस्टेंसिंग के पर्यटकों को बैठाया जा रहा है. पर्यटकों की इस लापरवाही के चलते कोरोना की तीसरी लहर दस्तक ना दे दे. माउंट आबू के एसडीएम अभिषेक सुराणा ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए पर्यटकों को प्रेरित किया जा रहा है. बिना आरटीपीसीआर के किसी भी पर्यटक को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. प्रशासन की तरफ से रेस्टोरेंट और होटल संचालकों को भी कोरोना गाइडलाइन की पालना के लिए पाबंद किया गया है.