दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के दांतारामगढ़ ब्लॉक के खाटूश्यामजी कस्बे में विश्व प्रसिद्ध बाबा श्याम के मंदिर के कपाट आखिरकर 8 महीने के लंबे इंतजार के बाद भक्तों के दर्शन के लिए खुल गए. श्याम मंदिर के कपाट खुलते ही श्याम बाबा के एक पल के दीदार के लिए श्रद्धालु बेताब दिखे. इंतजार समाप्त होते ही भक्तों ने बाबा की चौखट पर पहुंचकर शीश नवाया और कोरोनाकाल में बिगड़ी व्यापार की स्थिति सुधार और परिवार की खुशहाली की मनोकामनाएं मांगी.
वहीं, इससे पहले बाबा श्याम के दर्शनों के लिए वेबसाइट रात 10.15 बजे लांच की गई. श्री श्याम मंदिर कमेटी के प्रताप सिंह चौहान और कमेटी के मंत्री श्याम सिंह चौहान नॆ वेबसाइट का शुभारंभ किया. श्याम भक्त वेबसाइट (http://www.shrishyamdarshan.in) के जरिए रजिस्ट्रेशन करवाकर ही दर्शन सकेंगे. इस दौरान वेबसाइट लांच होते ही कई श्याम भक्तों ने श्याम दर्शनों कॆ लिए अपना ऑनलाइन पंजीकरण भी करा लिया.
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खाटूधाम में आने वाले भक्तों को श्रीश्याम मंदिर कमेटी ने चार चरणों में दर्शन करानॆ की व्यवस्था की है. इसमॆं प्रथम चरण में प्रात: 8 सॆ 9 बजॆ तक 400, दूसरे चरण में 10 सॆ 12 बजॆ तक 800 और तीसरे चरण में शाम 4 सॆ 6 बजे तक 800 और अंतिम चौथॆ चरण में रात 8 सॆ 9.30 बजॆ तक 600 श्याम भक्त दर्शन कर सकॆंगॆ. इन चारों चरणों में कुल 2,600 श्याम भक्त हर दिन बाबा कॆ दीदार कर सकेंगे. वहीं, श्रद्धालुओं कॆ साथ ही खाटूधाम ग्रामवासियों कॆ लिए सुबह 9 सॆ 10 बजॆ तक दर्शन की व्यवस्था रहेगी. मंदिर खुलने के बाद भी 10 वर्ष तक कॆ बच्चे और 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति मंदिर में बाबा के दर्शन नहीं कर सकेंगे.
श्रीश्याम मंदिर कमेटी के प्रतापसिंह चौहान नॆ कहा कि हर माह के प्रत्येक रविवार, शुक्ल पक्ष की एकादशी और द्वादशी को भक्तों के दर्शनार्थ बाबा श्याम कॆ मंदिर कॆ कपाट नहीं खुलेंगे. इस दौरान मंदिर बंद ही रहेगा. हालांकि, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद भी श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचे. लेकिन, कुछ श्रद्धालु अपने पहचान के दस्तावेज नहीं ला सके. वहीं, कुछ बिना रजिस्ट्रेशन के ही दर्शन के लिए आ गए और उन्हें मायूसी का सामना करना पड़ा.
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इस दौरान कुछ श्रद्धालुओं का कहना था कि दर्शन व्यवस्था का रास्ता नया होने के कारण से समय पर नहीं पहुंच पाए, जिसके चलते उन्हें निराशा मिली. वहीं, पुलिस के आला अधिकारियों ने दर्शन व्यवस्था की कमान संभाली, एएसपी देवेंद्र शर्मा और एएसपी रतन लाल भार्गव सुबह से ही व्यवस्थाओं में लगे रहे. कस्बे के करीब दो दर्जन सुरक्षा पॉइंट्स पर पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच सोशल डिस्टेंस की पालना करते हुए दर्शनों की व्यवस्था करवाई गई. दर्शन मार्ग के लिए दातारामगढ़ पीडब्ल्यूडी चौकी के आगे मुख्य प्रवेश द्वार बनाया गया. उसी से होकर दर्शन की व्यवस्था की गई.