सीकर.सरकार के आदेशों के बाद सीकर जिले में स्थानीय निकायों और पंचायतों के पुनर्गठन का काम शुरू हो गया है. जिला प्रशासन ने इसके लिए संबंधित विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी है. नगर परिषद और नगर पालिकाओं में पुनर्गठन के लिए संबंधित आयुक्त और अधिशासी अभियंताओं को अधिकृत कर दिया है. इसके अलावा पंचायतों के पुनर्गठन के लिए संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को जिम्मेदारी सौंपी गई है. सरकार के आदेशों के मुताबिक आबादी के आधार पर सीकर जिले की सभी नगर पालिकाओं में गार्डों की बढ़ोतरी होगी. सीकर नगर परिषद नीमकाथाना नगरपालिका और खाटू श्याम जी नगर पालिका के चुनाव नवंबर महीने में ही करवाने हैं.
सीकर : पंचायतों और निकायों के पुनर्गठन का काम शुरू...विभागों को सौंपी जिम्मेदारी
सीकर में सरकार के आदेशों के बाद सीकर जिले में स्थानीय निकायों और पंचायतों के पुनर्गठन का काम शुरू हो गया है.
इसलिए सबसे पहले इनके वार्डों का पुनर्गठन करवाया जा रहा है. जिले में 6500 से ज्यादा की आबादी वाली कई ग्राम पंचायतें हैं. इन सभी ग्राम पंचायतों का सर्वे करवाया जा रहा है उसके बाद इनकी नई पंचायतें बनाई जाएंगी. 11 पंचायत में 3 से लेकर 6 तक गांव है इसलिए कई नए गांवों को भी ग्राम पंचायत बनने का मौका मिलेगा. सरकार का आदेश यह भी है कि अगर एक गांव की ही पंचायत है और उसकी आबादी 6500 से ज्यादा भी है तो उस गांव को नहीं तोड़ा जाएगा. इसके अलावा पंचायतों के पुनर्गठन में सबसे ज्यादा स्थानीय लोगों की राय भी ली जाएगी अगर लोग संबंधित पंचायत में जाने से इनकार करते हैं तो उनकी आपत्ति पर भी जिला प्रशासन सुनवाई करेगा.
फिलहाल सीकर जिले में नौ पंचायत समितियां और 10 स्थानीय निकाय है. जिले में 343 ग्राम पंचायत है और 1192 गांव है. नगर पालिकाओं की संख्या तो 10 ही रहेगी लेकिन ग्राम पंचायतों की संख्या काफी बढ़ेगी. जिले की 343 ग्राम पंचायतों में बढ़ोतरी होना तय है. सभी नगर पालिकाओं के वार्डों का पुनर्गठन किया गया है, लेकिन नगर पालिकाओं की संख्या 10 ही रहेगी. पुनर्गठन का काम 1 महीने में पूरा करने का जिला प्रशासन दावा कर रहा है.