सीकर. जिले में कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी है. कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए अलग से जिला मुख्यालय स्थित राजकीय जनाना अस्पताल में व्यवस्था की जाएगी. अस्पताल में 100 सिलेंडर की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen plant) की स्थापना की जाएगी. अस्पताल में बेड की संख्या और संसाधन बढ़ाए जाएंगे.
कोरोना की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए तैयार है सिस्टम सोमवार को जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने अस्पताल का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं उचित समय पर करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारा सिंह मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी सहित कई प्रशासनिक और चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
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जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि जनाना अस्पताल में 100 सिलेंडर की क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण का काम जल्द ही शुरू होने वाला है. जिसकी आपूर्ति सीधे बेड पर पाइपलाइन के जरिए की जाएगी.
अब अस्पताल में ज्यादा से ज्यादा बेड तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है. अस्पताल में भर्ती और परिजनों की शिकायतों के सम्बन्ध में जिला कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल से सम्बंधित कोई भी शिकायत होने पर सीधे हमें अवगत करवाएं, ताकि जल्द से जल्द कार्रवाई की जा सके.
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के जिले में प्रभाव को लेकर कलेक्टर ने कहा कि संक्रमण की तीसरी लहर के सम्बन्ध में विशेष्ज्ञों का मानना है कि यह सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित करेगी. यही वजह है कि तैयारियां शुरू कर दी गई है. जिले के सभी निजी और सरकारी शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ बैठककर गंभीर स्थिति के बच्चों के इलाज के लिए व्यवस्थाएं, आंगनबाड़ी कार्मिकों की ओर से जिले में बच्चों के लिए अलग से दवाइयों का वितरण समेत तमाम विषयों पर चर्चा की गई.