खंडेला (सीकर).पंचायत समिति सदस्यों को लेकर 23 नवंबर को होने वाले चुनाव में राजनेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. इस चुनाव में जहां कांग्रेस ज्यादा बागियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, वार्ड नंबर 31 से भाजपा कार्यकर्ता रिछपाल सिंह टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशी वंशवाद, परिवारवाद को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे हैं. पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में वार्ड नंबर 3, 12, 22 और वार्डर नंबर 24 हॉट सीट बनी हुई है.
इन सीटों से विधायक महादेव सिंह, पूर्व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया के परिवार के सदस्य चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं. पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव मैदान में यहां 39 वार्डों से 127 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें 67 महिला प्रत्याशी और 60 पुरुष प्रत्याशी हैं. इस बार चुनाव में कांग्रेस को ज्यादा बगावत का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस से विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी रहे सुभाष मील की ओर से टिकट वितरण नहीं करने पर नाराज समर्थको ने निर्दलीय के तौर पर मैदान में ताल ठोक दी है.
वहीं, कई वार्डों में त्रिकोणीय मुकाबला होता नजर आ रहा है. विधायक महादेव सिंह के पुत्र गिरिराज सिंह और पुत्रवधू मीनाक्षी सिंह, पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया की पत्नी विनोद बाजिया और पुत्र राहुल बाजिया मैदान में हैं. इनकी नजर प्रधान कि कुर्सी पर बनी हुई है. राजनेताओं के परिवार से चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी जीत हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. लेकिन, टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकने वालों ने कई वार्डों में दोनों पार्टियों के राजनीतिक समीकरणों को बिगाड़ दिया है.
जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर 13 में भाजपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था. उसके बाद वार्ड नंबर 12 और वार्ड 23 से भाजपा प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इन वार्डो में कांग्रेस और निर्दलीयों के बीच सीधा मुकाबला होगा. इस चुनाव में विधायक महादेव सिंह और पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया,सुभाष मील की राहें आसान नजर नहीं आ रही हैं. निर्दलीय प्रत्याशी वंशवाद का विरोध कर वोट मांगते हुए नजर आ रहे हैं. विधायक महादेव सिंह ने वार्ड नंबर तीन में पूरी ताकत लगा रखी है. यह सीट उनकी प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई है. वार्ड तीन में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है.