खंडेला (सीकर). शुक्रवार को रींगस सिमारला जागीर के वार्ड पांच में खराब ट्रांसफार्मर को सुधारते समय सिढ़ी पकड़कर खड़े तीन युवकों के विद्युत करंट लगने से एक की मौत हो गई. घटना के दूसरे दिन शनिवार को रींगस के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सैकड़ों ग्रामीण परिजनों के साथ पहुंचकर शव लेने से इनकार कर दिया और अनेक मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करने लगे.
खराब टांसफार्मर को ठीक करते समय करंट लगने से युवक की मौत करीब 3 घंटे चले विरोध प्रदर्शन के दौरान अनेक बार विद्युत विभाग के सहायक अभियंता सुभाष देवंदा, विद्युत तकनीकी कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप झाला, रींगस थाना प्रभारी श्रीचंद सिंह, श्रीमाधोपुर तहसीलदार महिपाल सिंह राजावत पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा आदि की ओर से समझाईस की गई, लेकिन ग्रामीण मृतक के भाई अर्जुन लाल शर्मा को सरकारी नौकरी दिलवाने की मांग पर अड़े रहे.
वहीं अधिकारियों ने समझाइश करते हुए कहा कि इस दुर्घटना के अंतर्गत सरकारी नौकरी का कोई प्रावधान नहीं है. प्रदर्शन के दौरान एकबारगी ग्रामीण प्रदर्शनकारी विद्युत विभाग मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए रींगस सीएचसी में घुसने लगे. इस पर थाना अधिकारी ने समझाइश कर प्रदर्शनकारियों को वापस बाहर भेजा. विद्युत विभाग, तहसीलदार आदि की ओर से लिखित आश्वासन देने के बाद शव लेने पर सहमति बनी.
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पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के परिवार की स्थिति बहुत ही दयनीय है. मृतक के पिता रामलाल आइसक्रीम बेचकर परिवार का गुजारा करते हैं. मृतक लालचंद ही किसी के साथ स्टूडियो का कार्य करके परिवार का पालन पोषण करता था. कुछ समय पहले रामलाल शर्मा के घर में आग लगने के कारण सब कुछ जलकर राख हो गया था. जिसके बाद में ग्रामीणों की ओर से रोजमर्रा की चीजें उपलब्ध करवाकर वापस नए जीवन की शुरुआत करवाई गई थी.
इस दौरान मृतक के पिता रामलाल शर्मा, अर्जुन लाल शर्मा, बद्री प्रसाद, सरदार यादव, भैरूराम हरितवाल, पूर्व सरपंच घासीराम, रामवतार मिश्रा, रामगोपाल शर्मा, शिवसेना प्रदेश संगठन मंत्री राजू धायल, कृष्णा महरोली, विजय सिंह शेखावत, सुवालाल महरिया, व्यवस्थापक सीताराम यादव, हजारीलाल कुड़ी, सुभाष शर्मा, श्रवण बिजारणियां, विष्णु शर्मा, अशोक यादव, रामसिंह कुड़ी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.
इन बातों पर बनी सहमति
- विद्युत विभाग से मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि 30 दिन के अंदर दिलवाने की जिम्मेदारी सहायक अभियंता सुभाष देवंदा की होगी.
- कृषि उपज मंडी से मृतक के परिवार को दो लाख रुपए की सहायता राशि दिलवाने की जिम्मेदारी तहसीलदार श्रीमाधोपुर की होगी.
- मृतक का परिवार बीपीएल श्रेणी में होने के कारण जिला परिषद, पंचायत समिति आदि की ओर से कैटल शेड, पानी की टंकी आदि सुविधाएं मुहैया करवाने की जिम्मेदारी तहसीलदार श्रीमाधोपुर की होगी.
- सरगोठ जीएसएस में कार्य करने वाली फर्म आरकेएस एंटरप्राइजेज ने 50 हजार रुपए नगद और 50 हजार रुपए का चेक प्रदान किया.
- विद्युत कर्मचारी मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए मृतक के परिवार को अपने स्तर पर सहायता राशि प्रदान करेंगे.