सीकर. जिले के कन्या महाविद्यालय में हुए छात्रसंघ चुनाव के नतीजों के बाद पुलिस ने बर्बरता पूर्वक न केवल छात्र-छात्राओं पर डंडे बरसाए. बल्कि माकपा कार्यालय में पुलिस ने घुसकर वहां बैठे एसएफआई कार्यकर्ताओं और माकपा के कार्यकर्ताओं को बाहर निकाल कर जमकर पीटा तथा गाड़ियों में डालकर थाने ले गए.
छात्र संगठन एसएफआई ने की प्रेस वार्ता इस घटना के बाद माकपा के पूर्व विधायक अमराराम ने आज प्रेस वार्ता करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कड़े शब्दों में घटना की निंदा की साथ ही कहा कि कन्या महाविद्यालय के प्रिंसिपल ने जानबूझकर एसएफआई के प्रत्याशी को हराया. वहीं पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज करके छात्र-छात्राओं को घायल कर दिया.
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इतना ही नहीं छात्राओं के साथ पुरुष पुलिसकर्मियों ने न केवल मारपीट की बल्कि बदसलूकी भी की. उन्होंने कहा कि जिले में 8 विधायक हैं तथा सांसद प्रधान भी हैं. लेकिन छात्र-छात्राओं पर बरसाए गए डंडो पर चुप्पी साधे बैठे हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि जिले के जनप्रतिनिधि छात्र छात्राओं के साथ ना होकर हिटलर बनी पुलिस के साथ हैं. माकपा के पूर्व विधायक ने कहा कि अगर दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करके उन्हें बर्खास्त नहीं किया जाता हैं तो साफ जाहिर है कि पूरा घटनाक्रम सरकार द्वारा करवाया गया हैं. उन्होंने कहा कि अगर दोषियों को दंडित नहीं किया गया तो माकपा अनिश्चितकालीन आंदोलन करेगी.