सीकर.सियासत में भला शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो, जो सत्ता की मलाई चखने के बाद उसे छोड़ना चाहता हो. खुद की कुर्सी तो छोड़ना नहीं चाहते, लेकिन इसके बाद अगर और कोई कुर्सी बचती है तो वह भी अपने ही घर में रखना चाहते हैं. विधायक और मंत्री पद तक पर रहने वाले नेता भी यह चाहते हैं कि उनके इलाके में अगर प्रधान और जिला प्रमुख बने तो उनके परिवार से ही बने. राजनीतिक पंडितों के मुताबिक यह कतई जायज नहीं है कि सब कुछ एक ही परिवार के हाथ में रहे, लेकिन पार्टियों के बड़े नेता इन पदों को छोड़ना नहीं चाहते हैं. जो नेता बड़े पावर सेंटर रहे हैं और वर्तमान में अच्छे पदों पर हैं वह भी अपने परिवार के लिए प्रधान और जिला प्रमुख की कुर्सी के सपने देख रहे हैं. सीकर जिले की बात करें तो यहां पर कई दिग्गज नेता हैं, जिन्होंने इस पंचायत चुनाव में अपने बेटे-बहू को चुनाव में उतारा है और उनका सीधा निशाना जिला प्रमुख और प्रधान की कुर्सी पर है. केवल मात्र सदस्य बनाने के लिए यह उन्हें चुनाव नहीं लड़ा रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि जो कार्यकर्ता दिन-रात पार्टियों के लिए मेहनत करते हैं वह तो केवल नेताओं के पीछे घूमने तक सीमित रह गए हैं.
प्रधान और प्रमुख की कुर्सी पर नजरें...
बंशीधर खंडेला:बंशीधर खंडेला प्रदेश की पिछली वसुंधरा सरकार में चिकित्सा राज्य मंत्री रह चुके हैं. लगातार दो बार खंडेला से विधायक रह चुके हैं और इनके पिता भी विधायक थे. इस बार खंडेला की प्रधान की सीट सामान्य है. इन्होंने यहां से अपनी पत्नी विनोद बाजिया और पुत्र राहुल बाजिया को पंचायत समिति सदस्य का उम्मीदवार भाजपा से बनाया है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि केवल मात्र पंचायत समिति सदस्य के लिए यह अपने परिवार के सदस्यों को चुनाव नहीं लड़ रहे हैं सामने प्रधान की कुर्सी दिख रही है.
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महादेव सिंह खंडेला:महादेव सिंह खंडेला सीकर के खंडेला विधानसभा क्षेत्र से 6 बार विधायक चुने गए हैं. एक बार सीकर से सांसद रह चुके हैं और मनमोहन सिंह सरकार में केंद्र में मंत्री भी रहे हैं और फिलहाल भी खंडेला से विधायक हैं. इनकी पत्नी खंडेला से प्रधान रह चुकी है और एक बार बेटे को खंडेला से विधानसभा का कांग्रेस का टिकट दिलवा चुके हैं. राजनीति में इतना कुछ हासिल करने के बाद भी इनकी नजर एक बार फिर खंडेला के प्रधान पद पर टिकी है. खंडेला पंचायत समिति से इनके बेटे गिर्राज और पुत्र वधु मीनाक्षी सिंह पंचायत समिति सदस्य का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ रहे हैं.