श्रीमाधोपुर (सीकर). बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच भी निजी कॉलेज संचालक बाज नहीं आ रहे. राजस्थान सरकार के जन अनुशासन पखवाड़े को धता बताते हुए कस्बे में सोमवार को एक निजी कॉलेज संचालित मिला. जिसमें बीएड के प्रशिक्षणार्थियों की भीड़ लगी हुई थी और फार्म जमा करवाने का कार्य जारी था. सूचना पर तहसीलदार महिपाल सिंह की अगुआई में पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. जिसके बाद कॉलेज को 3 मई तक सील कर दिया गया है. कॉलेज संचालक पर विद्यार्थियों से जबरदस्ती फाइन लेने का भी आरोप है.
अजीतगढ़ पंचायत समिति के प्रधान अभिभावक एडवोकेट शंकर लाल यादव ने बताया कि कॉलेज प्रबंधन विद्यार्थियों को कॉल करके उपस्थिति के लिए कॉलेज बुलाया जा रहा है. नहीं आने पर, लेट आने पर, ड्रेसकोड के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं. जिम्मेदार कोई मिलते नहीं हैं, बच्चों को परेशान किया जा रहा है. वहीं कॉलेज के लिपिक रोहिताश का कहना है कि कॉलेज बंद है. बच्चों को कॉलेज नहीं बुलाया जा रहा है. बीएड के परीक्षा फार्म की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है, जिसके लिए बच्चे ऑनलाइन फार्म भरने के बाद हार्ड कॉपी जमा कराने आए थे, जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, सब बेबुनियाद हैं.