नीमकाथाना(सीकर). राष्ट्रीय लोक अदालत में नीमकाथाना के विभिन्न न्यायालयों में 190 प्रकरणों का राजीनामे के आधार पर निस्तारण हुआ. इनमें 64 लाख 96 हजार 492 रुपए का अवार्ड पारित हुआ. लोक अदालत में विभिन्न कोर्टों के लिए गठित बेंचों में न्यायाधीशों और वकीलों ने प्रकरणों के निस्तारण में विशेष भूमिका निभाई.
नीमकाथाना में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को 2 साल से अलग रह रहे पति-पत्नी को फिर से एक कराया. पारिवारिक कलह के चलते नीमकाथाना के भूदोली रोड निवासी सुनीता नायक व रमेश नायक अलग अलग रह रहे थे. दोनों के बीच अलग-अलग न्यायालय में घरेलू हिंसा व भरण पोषण के मुकदमे चल रहे थे. न्यायालय की ओर से कराए गए समझौते के बाद सुनीता रमेश ने फिर से एक साथ रहने का निर्णय किया है.
पढ़ें:जयपुरः लोक अदालतों में हुआ 44933 मुकदमों का निस्तारण
एडवोकेट सुशील कुमार अग्रवाल धर्मवीर यादव ने दोनों की तरफ से कोर्ट में राजीनामा प्रस्तुत किया. दोनों के बीच सुलह कराते हुए पीठासीन अधिकारी श्वेता ढाका ने पति-पत्नी को नई जिंदगी की बधाई दी. राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान नीमकाथाना के विभिन्न न्यायालयों में 190 प्रकरणों का राजीनामे के आधार पर निस्तारण हुआ. इनमें 64 लाख 96 हजार 492 रूपय के अवार्ड पारित हुए.
बेंच संख्या 1 अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश गोविंद बल्लभ पंत ने प्री लिटिगेशन, एन आई एक्ट में 10 लाख 28 हजार का अवार्ड पारित किया. कोर्ट ने एम आई एक्ट के 11 प्रकरणों में 27 लाख 50 हजार का अवार्ड पारित किया. इसके अलावा नीमकाथाना के सभी न्यायालयों में विभिन्न प्रकार के प्रकरणों का राजीनामे व आपसी सहमति के आधार पर निपटारा कराया गया. लोक अदालत में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.