सीकर.आज बजट में सीकर को दो बड़ी सौगात मिलने की संभावना है. दोनों सौगातों को लेकर यहां के जनप्रतिनिधि और वाशिंदे आंदोलन तक कर चुके हैं. यहां के लोगों की मांग है कि सीकर को संभाग का दर्जा दिया जाए और नीमकाथाना को जिला बनाया जाए. शेखावाटी संभाग के सीकर, चूरू और झुंझुनू को अलग से संभाग का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर इन इलाकों में काफी लंबे समय से आंदोलन चल रहे हैं.
सीकर को संभाग बनाने की मांग - इस बार सीकर को संभाग बनाने की मांग की पैरवी पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी की है. उन्होने हाल ही में एक समारोह में लोगों को इस बात के संकेत भी दिए थे कि इस मांग को पूरजोर तरीके से आगे बढ़ाया गया है. वर्तमान में सीकर और झुंझुनू जयपुर संभाग के अधीन है और चूरू बीकानेर के अंतर्गत पड़ता है. ऐसे में तीनों जिलों की ही मांग है कि सभाग स्तरीय कार्यों के लिए यहां के लोगों को जयपुर व बीकानेर जाना पड़ता है.
सीकर को संभाग के दर्जे के पीछे दलील है कि तीनों जिले नजदीक है और तमाम बड़े दफ्तर भी यहां स्थापित हो चुके हैं. मिनी सचिवालय के लिए सीकर विधायक राजेंद्र पारीक काफी लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं. वहीं, मेडिकल कॉलेज सहित सीकर कोचिंग संस्थानों का हब बन चुका है. साथ ही आमजन की पहुंच से नजदीक भी है. ऐसे में इस बजट में उम्मीद जताई जा रही है कि लंबे समय से चली आ रही सीकर संभाग की मांग इस बजट में पूरी हो सकती है, जो सीकर जिले के लिए बड़ी सौगात होगी.