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Rajasthan Election 2023 : जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे नंदकिशोर महरिया, गहलोत सरकार पर साधा निशाना, कही ये बड़ी बात - Rajasthan Assembly Election

सीकर में बुधवार को मीडियाकर्मियों से रुबरु हुए पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया ने कहा कि वो फतेहपुर शेखावाटी से जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. साथ ही इस दौरान उन्होंने राज्य की गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 11, 2023, 2:37 PM IST

सीकर.हरियाणा में भाजपा की सहयोगी पार्टी जेजेपी का राजस्थान में तमाम प्रयासों के बाद भी भाजपा से गठबंधन नहीं हो सका. ऐसे में अब जेजेपी स्वतंत्र उम्मीदवार घोषित करने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर बुधवार को सीकर में मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए पूर्व विधायक नंदकिशोर महरिया ने कहा कि वो फतेहपुर शेखावाटी से जेजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले वो दो बार फतेहपुर शेखावाटी से (2003 और 2008) भाजपा से प्रत्याशी रह चुके हैं. हालांकि, दोनों बार उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था. वहीं, साल 2013 के चुनाव में वो निर्दलीय विधायक चुने गए थे.

गहलोत सरकार पर बरसे महरिया -महरिया ने कहा कि फतेहपुर शेखावाटी विधानसभा क्षेत्र से वो इस बार जनता जननायक पार्टी से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि वो किसान की समस्याओं और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर चुनावी मैदान में उतरेंगे. इस दौरान उन्होंने राज्य की गहलोत सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि आज प्रदेश की जनता मौजूदा सरकार की नीतियों से त्रस्त है. आज राजस्थान आपराधिक घटनाओं के लिए देश भर में टॉप है. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में दुष्कर्म, पेपर लीक, भ्रष्टाचार, पेट्रोल-डीजल की रेट बढ़ने के साथ ही तेजी से साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ी हैं.

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उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार बोल रही है कि प्रदेश को नंबर वन बनाने के लिए अपना सुझाव दें. खैर, दुख की बात यह है कि सरकार अपने 5 साल पूरे करने के बाद अब सुझाव मांग रही है, जो एक तरह से राज्य की जनता के साथ धोखा है. उन्होंने अपने बड़े भाई व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष मारिया के भाजपा से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि कौन किस पार्टी से चुनाव लड़ता है, इससे उन्होंने कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि एक ही परिवार में सात भाई डॉक्टर हो जाते हैं तो किसी परिवार में सात भाई वकील हैं. लेकिन लोकतंत्र में चुनाव लड़ने के लिए सभी स्वतंत्र हैं, क्योंकि सभी की अपनी-अपनी विचारधारा होती है.

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