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सीकर में सैनिक सम्मान के साथ शहीद का पैतृक गांव में किया गया अंतिम संस्कार - Galwan Valley

लेह की गलवान घाटी में तैनात शहीद हवलदार पप्पू की मौत के बाद शक्रवार रात तबीयत बिगड़ने के बाद वह शहीद हो गए. राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.

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शहीद का अंतिम संस्कार

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Published : Jul 4, 2021, 9:56 PM IST

Updated : Jul 4, 2021, 10:59 PM IST

श्रीमाधोपुर (सीकर).अजीतगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिहोड़ी के गांव त्रिलोकपुरा की ढाणी नवोडी निवासी एवं लेह की गलवान घाटी में तैनात चार जाट रेजीमेंट में हवलदार के पद पर कार्यरत पप्पू राम समोता का रविवार की शाम सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान सैनिक को अंतिम विदाई देने को हजारों की संख्या में ग्रामीण उमड़े.

जानकारी के अनुसार अजीतगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत सिहोडी के गांव त्रिलोकपुरा की ढाणी नवोडी निवासी एवं लेह की गलवान घाटी में चार जाट रेजीमेंट में तैनात पप्पू राम समोता की 18 जून को सैन्य ऑपरेशन के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई थी जिस कारण उनको सेना के अस्पताल लेह में भर्ती कराया गया था.

शहीद का अंतिम संस्कार

शुक्रवार की रात 9:15 बजे उनकी तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद वे शहीद हो गए. रविवार की दोपहर 3:00 बजे उनका पार्थिव शरीर अजीतगढ़ के पुलिस स्टेशन पर लाया गया वहां हजारों लोगों ने 'पप्पू राम अमर रहें', 'जब तक सूरज चांद रहेगा पप्पू राम तेरा नाम रहेगा' के नारे लगाए. अजीतगढ़ थाने में 10 मिनट तक पार्थिव शरीर को रखा गया और लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

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जगह-जगह की गई पुष्प वर्षा

उसके बाद सैकड़ों तिरंगा बाइकों के साथ सेना के वाहन से सैनिक के पार्थिव शरीर को लेकर रैली के रूप में ले जाया गया. रास्ते में जगह-जगह गांवों व ढाणियों में लोगों ने पुष्प वर्षा की. अजीतगढ़ थाने से करीब 13 किलोमीटर दूर जब हवलदार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव घर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया. मृतक की पत्नी, बूढ़ी मां, छोटा भाई, मृतक के पुत्र एवं अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. शहीद की बूढ़ी मां माली देवी के आंसू थम नहीं रहे थे जबकि पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही थी. अंत्येष्टि में सैकड़ों लोग नारे लगाते चल रहे थे. साथ ही अंत्येष्टि स्थल पर हवलदार के 11 वर्ष के पुत्र लोकेंद्र ने मुखाग्नि दी.

2005 में भर्ती हुए थे सेना में

हवलदार पप्पू राम 2005 में सेना में भर्ती हुए थे एवं उनकी शादी 2006 में सुमन देवी के साथ हुई थी. उनके दो बच्चे 11 वर्षीय लोकेंद्र कक्षा छठी एवं एवं 7 वर्षीय विजेंद्र जो चौथी कक्षा में पढ़ता है. दोनों भाई रींगस निजी विद्यालय में पढ़ते हैं. हवलदार पप्पू राम दो भाई थे जिनमें छोटा भाई भी सेना से रिटायर हो चुका है. अब घर में ही रहकर कृषि कार्य करता है. हवलदार पप्पू राम के पिता का निधन कई सालों पहले हो चुका है एवं माता 65 वर्षीय माली देवी जीवित हैं. पत्नी घरेलू काम करती हैं.

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हवलदार पप्पू राम ठीक होने के बाद 28 दिन की छुट्टी आने वाले थे लेकिन बीच में ही वे भगवान के प्यारे हो गए बच्चे छोटे छोटे होने के कारण अब पत्नी के सामने उनका जीवन बनाने की पूरी जिम्मेदारी हो गई छोटा भाई सुरेश 7 माह पहले ही सेना से रिटायरमेंट हो कर आया है साथ ही हवलदार पप्पू राम थोड़े दिन बाद रिटायरमेंट होने वाले थे इस अवसर पर सीकर सांसद सूबेदानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हवलदार पप्पू राम के परिवार को केंद्र सरकार से पूरी सहायता दिलाने की कोशिश करेंगे.

इस अवसर पर सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती महाराज, श्रीमाधोपुर के पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा, अजीतगढ़ पंचायत समिति के प्रधान शंकर लाल यादव, पूर्व प्रधान मक्खन लाल शर्मा, अजीतगढ़ ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष पूरण गुर्जर, भाजपा नेता श्याम चौधरी, सिहोडी सरपंच सुंदर लाल भावरिया, पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और सेना के अफसर मौजूद रहे.

Last Updated : Jul 4, 2021, 10:59 PM IST

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