राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

Khatu Shyam Mela: 22 फरवरी से होगा मेले का आगाज, एक घंटे में लाखों श्रद्धालु कर सकेंगे बाबा श्याम के दर्शन

22 फरवरी से खाटू श्याम मेले की शुरुआत होने जा रही है. लेकिन इस बार मेले के आयोजन को लेकर कई बदलाव किए गए हैं. ताकि यहां आने वाले दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की समस्या (Khatushyamji Falgun Lakhi Mela) न हो.

खाटू श्याम मेला 2023
खाटू श्याम मेला 2023

By

Published : Feb 21, 2023, 6:28 AM IST

खाटू श्याम मेला 2023

सीकर. आगामी 22 फरवरी से 4 मार्च तक खाटू श्याम में बाबा श्याम का लक्‍खी मेला लगने जा रहा है. जिसकी सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. इस बार मंदिर परिसर व उसके आसपास के क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया गया है. नई व्यवस्था के बाद अब एक घंटे में 3 से चार लाख श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे तो मेले के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी. साथ ही सीसीटीवी कैमरा व ड्रोन से भी 24 घंटे निगरानी की जाएगी.

दर्शनार्थियों के लिए होगी ये खास व्यवस्था -खाटू श्याम मेले में देशभर से लाखों लोग बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं. जिसे देखते हुए जिला प्रशासन व खाटू श्याम मंदिर समिति की ओर से मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्र में कई बड़े बदलाव किए गए हैं. मंदिर की तरफ आने वाली सभी सड़कों को चौड़ा किया गया है तो मंदिर परिसर में जिकजैक लाइन को हटाकर सीधी लाइन बनाई गई है.

ऐसे में सामान्य तौर पर श्रद्धालु प्रवेश द्वार से 3 से 4 मिनट के दौरान बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे. वहीं, मेले में एक घंटे के दौरान 3 से 4 लाख लोग बाबा श्याम के दर्शन कर सकेंगे. मेले के लिए जिला प्रशासन की तरफ से सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा पुलिस ने भी एडिशनल एसपी सहित तमाम अधिकारियों को लगा रखा है. मेले के लिए खाटूश्याम क्षेत्र को 8 सेक्टरों में बांटा गया है. ताकि यहां आने वाले दर्शनार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो. इसके लिए पैदल मार्ग व गाड़ियों के मार्ग को अलग किया गया है.

चप्पे-चप्पे पर होगी पुलिस की नजर - एडिशनल एसपी रतनलाल भार्गव ने बताया कि पहली बार मेले में घुड़सवार और ईआरटी के जवानों की तैनाती की जाएगी. मेले की व्यवस्थाओं में 4000 पुलिसकर्मी और मंदिर समिति की तरफ से 1000 सिक्योरिटी गार्ड पुलिस को उपलब्ध कराए गए हैं. इसके अलावा पूरे मेले के दौरान 350 अस्थायी कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही 100 से ज्यादा स्थायी कैमरे लगे हुए हैं. भार्गव ने बताया कि 10 से ज्यादा ड्रोन चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे और मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा. हालांकि इस दौरान मंदिर में इत्र ले जाने की अनुमति नहीं होगी और गाड़ियों की पार्किंग के लिए भी अलग इंतजाम किए गए हैं.

इसे भी पढ़ें - Section 144 in Temple: खाटूश्यामजी में लगाई गई धारा 144!

14 सीधी लाइन में दर्शन करेंगे श्रद्धालु - खाटू श्याम मंदिर में जिकजैक लाइनों को हटाकर अब सीधी लाइन की व्यवस्था की गई है. प्रवेश से एग्जिट तक श्रद्धालु सीधे चलते हुए बाबा के दर्शन करेंगे. मंदिर के सामने 10 लाइनें बनाई गई है. इसके अलावा 4 लाइन ऊपर की तरफ होंगे. इस हिसाब से 14 लाइनें तैयार की गई है. जिनमें श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकते हैं. मंदिर समिति का दावा है कि प्रवेश द्वार से बाबा के मंदिर तक पहुंचने में 3 से 4 मिनट का समय लगेगा.

मेला क्षेत्र में 450 से ज्यादा कैमरे - मेले में 350 अस्थायी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा 100 कैमरे खाटू श्याम एरिया में पहले से लगे हुए हैं. 10 ड्रोन पुलिस के रहेंगे तो मंदिर समिति की तरफ से भी ड्रोन की व्यवस्था की गई है. ड्रोन से भी लगातार चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. कैमरों के लिए अलग से मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां 24 घंटे पुलिसकर्मी बैठकर पूरे खाटू श्याम क्षेत्र पर नजर रखेंगे.

पैदल व वाहनों के लिए होंगे पृथक मार्ग -पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि रींगस से खाटू श्याम तक आने वाले सड़क मार्ग को वाहनों के लिए बंद कर दिया जाएगा. इस सड़क मार्ग पर केवल पैदल चलने की व्यवस्था रहेगी. जबकि मंडा मार्ग से वाहन खाटू श्याम पहुंचेंगे. मंडा मार्ग से हनुमान पूरा चौराहे होते हुए पार्किंग तक पहुचना पड़ेगा. इस दौरान जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था रहेगी. तोरण द्वार से एक किलोमीटर पहले वाहन पार्किंग की व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा पलसाना मार्ग पूरी तरह से बंद रहेगा. पार्किंग से सीधे शाहपुरा समोता का बास तक जयपुर हाईवे पर वाहन जा सकेंगे.

पीछे की लाइनों में बेहतर दर्शन - पुलिस अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धालु अक्सर आगे की लाइनों में घुसने की कोशिश करते हैं. इस दौरान धक्का-मुक्की भी होती है. लेकिन नई व्यवस्था के बाद सभी लाइनों से लोगों को बाबा श्याम के दर्शन आसानी से हो जाएंगे. वहीं, आगे की लाइनों की तुलना में पीछे की तरफ की लाइनों से साफ दर्शन होंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details