सीकर. जिले की तीन पंचायत समितियों में पहले चरण के लिए मतदान संपन्न हो गया. इसमें खंडेला नीमकाथाना और पाटन पंचायत समिति शामिल है, यहां पर पंचायत समिति के 83 और जिला परिषद के 11 वार्डों के लिए मतदान हुआ है. खंडेला से निर्दलीय विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी महादेव सिंह खंडेला का कहना है कि जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर आए थे यह तो सरकार गिराने में लगे हुए थे लेकिन मैं सरकार के साथ खड़ा हुआ था.
खंडेला विधायक का कांग्रेस की जीत का दावा सीकर जिले के पंचायत चुनाव में इस बार वंशवाद को लेकर लगातार चर्चाएं चल रही हैं. दिग्गज नेताओं की बात करें तो महादेव सिंह खंडेला, बंशीधर खंडेला, झाबर सिंह खर्रा और प्रेम सिंह बाजोर जैसे नेता अपने परिवार से चुनाव लड़वा रहे हैं. इसी बीच खंडेला से निर्दलीय विधायक और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी महादेव सिंह खंडेला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
कांग्रेस के पूर्ण बहुमत का दावा
खंडेला से इस बार निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला की पुत्रवधू और पुत्र दोनों कांग्रेस के टिकट पर पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ रहे हैं. महादेव सिंह खंडेला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी हैं और हमेशा से कांग्रेस से जुड़े हैं लेकिन इस बार होने विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला था. ईटीवी भारत से बातचीत में महादेव सिंह खंडेला ने कहा कि इस बार खंडेला की जनता यहां पर कांग्रेस का प्रधान बनाएगी और हम पूर्ण बहुमत से जीतकर आएंगे.
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साथ ही उन्होंने दावा किया कि इसके साथ-साथ जिला परिषद के 5 वार्ड हैं और पांचों में कांग्रेस को जीत मिलेगी. पुत्रवधू और पुत्र को चुनाव मैदान में उतारने के सवाल पर महादेव सिंह खंडेला ने कहा कि सीकर के सभी बड़े नेता अपने परिवार के सदस्य को चुनाव लड़ा रहे हैं तो मैंने कौन सा नया काम कर दिया.
उन्होंने कहा कि खंडेला की जनता ने मुझे कभी निर्दलीय नहीं माना और हर बार मुझे कांग्रेस पार्टी का सच्चा सिपाही मानकर वोट दिया है. जो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर आए थे, यह तो सरकार गिराने में लगे हुए थे लेकिन मैं सरकार के साथ खड़ा हुआ था.