राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

सीकर में अंडरपास मामले को लेकर तीसरे दिन भूख हड़ताल

नीमकाथाना के रेलवे फाटक 76 पर अंडरपास निर्माण बंद होने के मामले में अस्सी दिन से चल रहा क्रमिक अनशन और धरना बुधवार को भी जारी रहा. तीन दिन से संघर्ष समिति के अनंत मुकेश अग्रवाल और सुभाष शर्मा भूख हड़ताल पर हैं. उनकी मांग है कि रेलवे फाटक संख्या 76 पर डबल बॉक्स अंडरपास, पुलिया विस्तार और सर्किल निर्माण करवाया जाए.

hunger strike neemkathana, संघर्ष समिति नीमकाथाना, 3rd day hunger strike, सीकर भूख हड़ताल न्यूज

By

Published : Sep 4, 2019, 12:45 PM IST

नीमकाथाना (सीकर).रेवाड़ी फुलेरा रेलवे ट्रैक पर फाटक संख्या 76 पर अंडरपास निर्माण बंद होने के मामले में बीते अस्सी दिन से क्रमिक अनशन और धरना जारी है. अब राज्य सरकार और नगरपालिका पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए संघर्ष समिति ने 3 दिन से भूख हड़ताल शुरू कर दी है. समिति के अनंत मुकेश अग्रवाल और सुभाष शर्मा भूख हड़ताल पर हैं. साथ ही संघर्ष समिति 11 सितंबर को धरना स्थल पर बड़ी सभा करेगी.

नीमकाथाना में संघर्ष समिति तीन से दिन से भूख हड़ताल पर

बता दें कि रेलवे फाटक 76 पर अंडरपास निर्माण बंद होने के मामले में अस्सी दिन से चल रहा क्रमिक अनशन और धरना बुधवार को भी जारी रहा. बीते 3 दिन से समिति के अनंत मुकेश अग्रवाल और सुभाष शर्मा भूख हड़ताल पर हैं. उनकी मांग है कि रेलवे फाटक संख्या 76 पर डबल बॉक्स अंडरपास, पुलिया विस्तार और सर्किल निर्माण करवाया जाए. इस मामले में केंद्र सरकार में रेल मंत्रालय ने 50% की हिस्सेदारी के आधार पर स्वीकृति जारी की है. अब राज्य सरकार पर नगरपालिका को 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी की स्वीकृति देनी है. इसी को लेकर बीते अस्सी दिन से मामला फंसा हुआ है. रेलवे ने ट्रैक के दोनों साइड में दीवार लगा कर रास्ता बंद कर दिया है.

यह भी पढ़ें.सीकर : सामूहिक दुष्कर्म मामले में नया मोड़, पीड़िता ने दबाव में आकर दर्ज करवाए थे युवकों के नाम

वहीं डीएफसीसी ने भी रेलवे ट्रैक के दोनों साइड तारबंदी कर आवाजाही रोक दी है. रेलवे ट्रैक क्रॉस नहीं करने के लिए डीएफसीसी ने एडवाइजरी जारी की है. इसी को लेकर संघर्ष समिति 11 सितंबर को धरना स्थल पर बड़ी सभा करेगी. जिसके लिए गांव-गांव जनसंपर्क अभियान चलाया गया है. संयोजक सांवलराम यादव ने बताया कि नगर पालिका और राज्य सरकार मामले में उदासीनता बरत रही हैं. जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है. क्रमिक अनशन और धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details