सीकर. डोटासरा ने कहा कि आज मुझे यहां आने का मौका मिला और यहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुशासित वातावरण में विद्यार्थियों का अध्ययन देखकर काफी अच्छा लगा. डोटासरा ने कहा कि मेरे द्वारा महाविद्यालय प्रिंसिपल को कहा गया है कि महाविद्यालय में किसी भी प्रकार की कोई आवश्यकता हो तो बताएं. राज्य सरकार वह उपलब्ध करवाएगी. हमारी आशा है कि सीकर जिले के मेडिकल कॉलेज से पास होकर निकलने वाला बच्चा देश-दुनिया में जिले का नाम रोशन करे.
शिक्षा मंत्री ने सीकर कल्याण राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का किया दौरा... डोटासरा ने आगे कहा कि मेडिकल कॉलेज सीकर जिले का नाक है, क्योंकि बहुत ही संघर्ष करने के बाद यह महाविद्यालय चालू हुआ है. ऐसे में हमारा सभी का दायित्व है कि हर तरह से मेडिकल कॉलेज को सहायता प्रदान करें. डोटसरा ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर को फैलने से रोकने हेतु आमजन की सहभागिता के साथ-साथ डॉक्टर्स और महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों से जनता की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं. ऐसे में हम सब अपना फर्ज निभाते हुए इस दूसरी लहर को फैलने से रोकें.
वहीं, बढ़ते कोरोना संक्रमण पर डोटासरा ने कहा कि वर्तमान में बहुत ही भयावह स्थिति पैदा हो चुकी है, जिसे हम लॉकडाउन कह भी सकते हैं या नहीं भी कह सकते. ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा जब तक एयरपोर्ट, रेलवे पर लॉकडाउन नहीं लगाएगी तब तक वर्तमान में जो स्थितियां पैदा हो रही है, उस पर काबू पाना मुश्किल है. जहां राज्य में 10,000 से ऊपर पॉजिटिव केस आ रहे हैं, 1 दिन में 42 मौतें हो रही हैं, ऑक्सीजन की कमी आने लगी है, रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी हो रही है, उन पर नियंत्रण नहीं हो पाएगा. वहीं, दूसरी ओर भारत सरकार ने ऑक्सीजन वितरण पर भी खुद का नियंत्रण कर लिया है एवं भिवाड़ी ऑक्सीजन प्लांट पर भी केंद्र सरकार ने नियंत्रण कर लिया गया है.
पढ़ें :COVID-19 : राजस्थान में 42 मौतें और 10 हजार से ज्यादा नए मामले, जानें कितने खाली हैं ICU और वेंटिलेटर्स
ऐसे में राज्य सरकार प्रदेश में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने का लगातार प्रयास कर रही है. डोटासरा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर को फैलने से रोकने हेतु आमजन का दायित्व है कि वह अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलें. हमेशा मास्क लगाकर रखें और समय आने पर एक दूसरे की यथासंभव मदद करें, जिससे कि हम इस आपदा की घड़ी से बाहर निकल पाएं. डोटासरा ने कहा कि प्रतिदिन मुख्यमंत्री द्वारा महामारी पर नियंत्रण करने हेतु समीक्षा की जाती है. ऐसे में जैसे-जैसे इसका प्रकोप होगा उसी आधार पर आगे निर्णय लिए जाएंगे. डोटासरा ने कहा कि आज शिक्षा विभाग में भी हमने सभी विद्यालयों के पीओ को छोड़कर अन्य सभी कार्मिकों की छुट्टियां कर दी हैं. वह घर पर रहकर परीक्षा परिणाम एवं प्रमोटिंग के संबंध में कार्य करेंगे और महामारी में जहां भी आवश्यकता होगी वहां अपनी सेवा प्रदान करेंगे.