सीकर. जिले की धोद तहसीलदार ने मानवता का परिचय दिया है. धोद में एक कोरोना संदिग्ध की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए कोई आगे नहीं आया तो महिला तहसीलदार रजनी यादव ने स्वयं किट पहनकर मृतका का अंतिम संस्कार किया.
धोद महिला तहसीलदार ने संक्रमित का किया अंतिम संस्कार जिले के धोद में कोरोना संदिग्ध सायर कंवर नाम की महिला की मौत हो गई. मौत के बाद करीब 5 घंटे तक शव घर के आंगन में ही पड़ा रहा. मृतक महिला का पति स्योबक्स सिंह अपने दो पोतों के साथ शव के पास बैठे रहे. काफी समय बीत जाने के बाद भी घर की तरफ कोई भी व्यक्ति नहीं आया. जिसके बाद मृतक के पति ने आसपास के बस्ती में घर-घर जाकर पत्नी के दाह संस्कार में सहयोग करने की गुहार लगाई लेकिन सबने कोरोना के डर से मदद के हाथ पीछे खींच लिए.
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मामले की जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत शर्मा ने गांव के सरपंच को दी. सरपंच अमर सिंह ने फोन पर घटना के बारे में धोद तहसीलदार रजनी यादव और पुलिस को जानकारी दी. सूचना के मौके पर पहुंची तहसीलदार ने शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रशासन से एंबुलेंस उपलब्ध करवाने के लिए 2 घंटे तक गुहार लगाई बावजूद इसके एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हो पाई. यहां तक की मृतक महिला के शव को पीपीई किट में पैक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने रुचि नहीं दिखाई.
मृतक महिला के पति की मदद कर स्वयं तहसीलदार ने पीपीई किट में शव को पैक करवाया. इसके बाद ग्रामीणों की सहायता से निजी वाहन बुलाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचाया, जहां पर मृतक महिला के पति और नायब तहसीलदार ने मिलकर अंतिम संस्कार करवाया.
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मामले को लेकर तहसीलदार रजनी यादव का कहना है कि महिला की मौत कोरोना वायरस संदिग्ध हुई है. किसी ने मदद नहीं की. मानवता को देखते हुए उन्होने स्वयं ने आगे आकर महिला का दाह संस्कार करवाया है शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की. जिसके लिए किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिल पाया जिसके लिए वह काफी आहत हुई.