अलवर.प्रदेश में कोरोना संक्रमण महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर खासा ध्यान दिया जा रहा है. दरअसल, 24 अप्रैल से रमजान माह की शुरुआत और 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया का पर्व है. इसके चलते लोगों की भीड़ इकट्ठी ना हो, इसके लिए किशनगढ़बास थाना परिसर में पुलिस उपाधीक्षक ताराचंद की अध्यक्षता में मंगलवार को सीएलजी की बैठक का आयोजन किया गया.
इस बैठक को सम्बोधित करते हुए पुलिस उपाधीक्षक ताराचंद ने समाज के जिम्मेदार लोगों को समझाते हुए बताया कि 24 अप्रैल से रमजान माह शुरू हो रहा है, जिसमें किसी भी मस्जिद और अन्य स्थानों पर सामूहिक रूप से नमाज अदा नहीं करनी है. रमजान में सामूहिक रूप से की जाने वाली सेहरी और अन्य सामूहिक रूप से किए जाने वाले समारोह पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, जिससे लॉकडाउन के आदेशों की पालना की जा सके.
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साथ ही कहा कि हिन्दुओं के पर्व अक्षय तृतीया पर 24 अप्रैल को होने वाले शादी समारोह पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध रहेगा और इस दिन किए जाने वाली शादी को लेकर उपखण्ड अधिकारी से अनुमति लेनी पड़ेगी. इस मौके पर थानाधिकारी विक्रम सिंह ने सीएलजी सदस्यों से आम लोगों को मास्क लगानें के लिए जागरूक करने के साथ ही गांवों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की.
उन्होंने कहा कि कोरोना एक ऐसी महामारी है, जिसका कोई उपचार नहीं है, इसलिए इससे बचाव ही इसका एकमात्र उपाय है. इस अवसर पर नगरपालिका चेयरमैन सुनील गुप्ता, एडवोकेट किशोरी लाल, हेतराम, जगदीश प्रसाद, धीरू भाई, कप्तान सिंह चौहान, हरमेश खुराना, अशोक सिंह चौहान, बसारत खान, खुर्शीद खान बगथला, चरण सिंह, पार्षद उमेश यादव, संदीप पाटिल सहित कई लोग मौजूद रहे.