सीकर. जिले में पिछले 30 साल से पानी के मुद्दे पर राजनीति होती आई है. 2014 के लोकसभा चुनाव में भी दोनों राजनीतिक दलों ने पानी के मुद्दे को लेकर लोकसभा चुनाव लड़ा था. उस समय मोदी लहर में बीजेपी प्रत्याशी सुमेधानंद सरस्वती ने जीत हासिल की थी. लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी जिले में यमुना का पानी नहीं आया. 2019 के चुनाव में भी इसी मुद्दे पर राजनीति हो रही है. बीजेपी सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने एक बार फिर यमुना का पानी सीकर जिले में लाने का वादा किया है.
चुनाव जिताओ, तीन साल में यमुना का पानी पिलाने की जिम्मेदारी मेरी : सुमेधानंद सरस्वती
सीकर से बीजेपी प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने बुधवार को खंडेला में जनसंपर्क किया. इस दौरान उन्होंने लोगों से चुनाव जीतने के तीन साल बाद यमुना का पानी लाने का वादा किया. सुमेधानंद ने कहा कि प्रधानमंत्री दफ्तर में मेरी किसी भी फाइल पर नो नहीं लिखा जाता. हां होकर ही आता है.
बुधवार को सीकर संसदीय क्षेत्र के खंडेला में जनसंपर्क के दौरान स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने ग्रामीणों से कहा कि आपने अपने सेवक को चुनाव जीताकर दोबारा मोदी के पास भेजा दिया तो प्रधानमंत्री दफ्तर में मेरी किसी भी फाइल पर नो नहीं लिखा जाता. वहां से हां होकर ही आता है. इस बार आप चुनाव जिताओ ढाई से तीन साल में यमुना का पानी पिलाने की जिम्मेदारी मेरी है.
आपको बता दें कि सीकर में कांग्रेस और भाजपा पिछले 30 सालों से पानी के मुद्दे पर राजनीति करती आ रही है. लेकिन इसके बाद भी लोगों को आज तक पीने का पानी नहीं मिल पाया. ऐसे में एक बार फिर पानी का मुद्दा सुर्खियों में आया है. अब देखने वाली बात होगी कि इस बार चुनाव जीतने पर जिले के लोगों को यमुना का पानी मिल पाता है. या फिर अगले लोकसभा चुनाव में भी पानी का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा बनेगा.