खेतड़ी (झुंझुनूं).जेल में विचाराधीन बंदियों को भय दिखाकर परिजनों से रुपए की डिमांड करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया (Extortion accused arrested in Jhunjhunu) है. आरोपी जेल में बंद अपने साथी की शह पर रुपए ऐंठने का काम कर रहा था. पूर्व में भी धोखाधड़ी के मामले में बंदी से पचास हजार रुपए ले चुका था.
एसआई मदनलाल ने बताया कि एसीबी चौकी सीकर के डीएसपी जाकिर अख्तर ने 16 अक्टूबर, 2020 को एक मामला दर्ज किया. जिसमें परिवादी सुनील गुप्ता ने एसीबी कार्यालय में रिपोर्ट देकर बताया था कि उसका रिश्तेदार धोखाधड़ी के मामले में खेतड़ी जेल में बंद है. जिससे जेल में बंद अन्य बंदी जीतू व मनोज ने उसके परिवार को फोन कर उसकी जान की सलामती के लिए एक लाख रुपए देने की मांग की. वहीं वे 50 हजार रुपए धमकी देकर पहले ही ले चुके थे.
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परिवादी ने जेल अधिकारियों व बंदियों की मिलीभगत होने की आशंका जताई थी. एसीबी ने उसका सत्यापन करवा प्रकरण दर्ज कर तत्कालीन हैडकांस्टेबल रामस्वरूप के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिए चालान पेश करने का निर्णय लिया. लेकिन जांच के दौरान हेड कॉन्स्टेबल रामस्वरूप, आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू व नवीन की आपस में मिलीभगत होने के सबूत नहीं होने के कारण खेतड़ी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. खेतड़ी जेल में हत्या के मामले में बंद जितेंद्र उर्फ जीतू ने जेल में बंदी दीपक गर्ग को भय दिखाकर उसके परिजनों से अपने साथी नवीन कुमावत को 50 हजार रुपए जेल से बाहर दिलवाए थे. इस संबंध में पुलिस ने 23 फरवरी को आरोपी जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था.
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मामले में फरार चल रहे नवीन कुमावत की तलाश की जा रही थी. पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि फिरौती की मांग के रुपए लेने का आरोपी नवीन अलवर में निजी अस्पताल में काम करता है. उसे पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी नवीन को शनिवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर लिया गया. एसआई ने बताया कि जेल में बंद साथी की ओर से रुपए मांगने व पैसे का कलेक्शन करने का आरोपी पिछले एक साल से फरार चल रहा था. नवीन पहले सिंघाना के एक निजी अस्पताल में काम करता था, लेकिन जब उसे रंगदारी मांगने के मामले में अपने साथी जितेंद्र उर्फ जीतू के गिरफ्तार होने की सूचना मिली तो वह सिंघाना छोड़कर अलवर के एक निजी अस्पताल में सीटी स्कैन व एक्सरे का काम करने लगा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.